A
Hindi News पैसा बाजार शेयर बाजार आज फिर धड़ाम, सेंसेक्स 6 दिन में 5,100 अंक लुढ़का, क्या बाजार में अभी और बड़ी गिरावट? जानें

शेयर बाजार आज फिर धड़ाम, सेंसेक्स 6 दिन में 5,100 अंक लुढ़का, क्या बाजार में अभी और बड़ी गिरावट? जानें

दिग्गज मार्केट एक्सपर्ट संदीप जैन ने इंडिया टीवी को बताया कि बाजार में अभी 200 अंकों की और बड़ी गिरावट आ सकती है। उन्होंने बताया कि भारतीय बाजार आज के गिरावट के बाद और कमजोर हो गया है।

Stock Market - India TV Paisa Image Source : FILE शेयर बाजार

स्टॉक मार्केट में बड़ी गिरावट का दौड़ जारी है। आज लगातार छठे दिन बाजार में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। आज सेंसेक्स 638.45 अंक टूटकर 81,050 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी 218.85 अंक लुढ़ककर 24,795.75 अंक पर बंद हुआ। बाजार में आज चौतरफा बिकवाली देखने को मिली। आपको बता दें कि पिछले 6 करोबारी दिनों में सेंसेक्स 5,100 अंक  लुढ़क गया है। निफ्टी में भी करीब 1300 अंकों की गिरावट आ चुकी है। 

बीते कुछ दिनों से बाजार में बड़ी गिरावट से निवेशकों के 22 लाख करोड़ रुपये डूब गए हैं। आपको बता दें कि 1 अक्टूबर को जब बाजार बंद हुआ था तो बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 4.74 लाख करोड़ था जो 7 अक्टूबर को घटकर 4.52 लाख करोड़ रह गया। इस तरह निवेशकों के पिछले 5 ट्रेडिंग डे में इतना बड़ा नुकसान हो गया है। बाजार में इतनी बड़ी गिरावट से निवेशकों में डर का माहौल है। ऐसे में क्या बाजार में आगे भी गिरावट जारी रहेगी या फिर तेजी लौटेगी? आइए जानते हैं कि भारतीय शेयर बाजार को लेकर मार्केट एक्सपर्ट का क्या है कहना? 

200 अंकों की अभी और गिरावट संभव 

दिग्गज मार्केट एक्सपर्ट संदीप जैन ने इंडिया टीवी को बताया कि बाजार में अभी 200 अंकों की और बड़ी गिरावट आ सकती है। उन्होंने बताया कि भारतीय बाजार आज के गिरावट के बाद और कमजोर हो गया है। निफ्टी ने 25000 के नीचे क्लोजिंग दी है, जो टेक्निकल रूप से कमजोरी का इशारा करता है। निफ्टी का नेक्स्ट सपोर्ट 24,500 के पास है। यहां से बाजार को रिवर्सल लेने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि ग्लोबल बाजार में उठा-पटक, चीन के बाजार में चार साल बाद तेजी लौटी और बढ़ता ग्लोबल टेंशन भारतीय बाजार को नीचे ले जाने का काम कर रहा है। महंगा वैल्यूएशन भी बिकवाली का बड़ा करण बन रहा है। 

इन 5 कारणों से भारतीय बाजार में जारी है गिरावट 

  1. विदेशी निवेशकों की भयंकर: विदेशी निवेशक (FPI) अचानक यू-टर्न लेते हुए, अक्टूबर में भारतीय बाजार में बड़े पैमाने पर बिकवाली करने लगे हैं। बिकवाली मुख्य रूप से चीनी शेयरों के बेहतर प्रदर्शन के कारण हुई है। पिछले एक महीने में हैंग सेंग सूचकांक में 26 प्रतिशत की उछाल आया है और यह तेजी जारी रहने की उम्मीद है क्योंकि चीनी शेयरों का मूल्यांकन बहुत कम है। इसका असर भारतीय बाजार पर हो रहा है। यहां से फंड निकालकर विदेशी निवेशक चीन में लगा रहे हैं। 
  2. भारतीय बाजार का महंगा मूल्यांकन: वर्तमान में, निफ्टी अपनी एक साल की फॉरवर्ड अर्निंग 21.5 गुना पर कारोबार कर रहा है, जो इसके ऐतिहासिक औसत 20.4 गुना से अधिक है। इसके विपरीत, एमएससीआई चीन गेज अभी भी 10.8 गुना फॉरवर्ड अर्निंग पर कारोबार कर रहा है, जो इसके पांच साल के औसत 11.7 गुना से कम है। इसके अलावा, घरेलू मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों का मूल्यांकन निफ्टी-50 के मुकाबले क्रमशः 59 प्रतिशत और 12 प्रतिशत प्रीमियम पर है। इसका भी असर भारतीय बाजार पर देखने को मिल रहा है। बाजार में गिरावट जारी है। 
  3. राज्यों के चुनाव में बीजेपी की हार की आशंका: हरियाणा और जम्मू और कश्मीर में हाल ही में हुए राज्य चुनावों को लेकर आए एग्जिट पोल में बीजेपी की सरकार इन दोनों राज्यों में बनती नहीं दिख रही है। राज्यों के परिणाम, हालांकि बहुत अधिक महत्वपूर्ण नहीं हैं, लेकिन बाजार को प्रभावित कर सकते हैं।
  4. कंपनियों की Q2 रिजल्ट: सितंबर तिमाही के परिणाम इस सप्ताह आने शुरू हो जाएंगे। इस बार दमदार रिजल्ट की उम्मीद नहीं है। इसका भी असर भारतीय बाजार पर देखने को मिल रहा है।
  5. भू-राजनीतिक चिंताएं, तेल की कीमतें: इजरायल और ईरानी के बीच युद्ध ने भू-राजनीतिक चिंताएं बढ़ा दी है। ऐसी चिंताएं हैं कि पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव से तेल की कीमतों में और उछाल आ सकता है। सोमवार को दिसंबर डिलीवरी के लिए ब्रेंट वायदा 0.64 प्रतिशत बढ़कर 78.59 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। इसका असर भी शेयर मार्केट पर देखने को मिल रहा है। 

Latest Business News