मुंबई। रिजर्व बैंक द्वारा प्रमुख नीतिगत ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखने की घोषणा से बाजार को मिली मजबूती के बीच बुधवार को सेंसेक्स 1,016 अंक की बढ़त के साथ बंद हुआ। ओमीक्रोन को लेकर फैली आशंका के बीच वायरस के इस स्वरूप के डेल्टा की तुलना में कम घातक होने की कुछ खबरें आने से वैश्विक बाजारों में सकारात्मक धारणा देखी गई। इसके अलावा प्रमुख नीतिगत ब्याज दरों को स्थिर रखने के भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के फैसले से भी बाजार को मजबूती मिली।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के अंत में 1,016.03 अंक या 1.76 प्रतिशत की बढ़त के साथ 58,649.68 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 293.05 अंक या 1.71 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,469.75 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में बजाज फाइनेंस करीब चार प्रतिशत की बढ़त के साथ सर्वाधिक फायदे में रही। मारुति सुजुकी, एसबीआई, बजाज फिनसर्व, सन फार्मा और एशियन पेंट्स के शेयर भी बढ़त के साथ बंद हुए। वहीं कोटक महिंद्रा बैंक और पावरग्रिड के शेयरों को नुकसान उठाना पड़ा।
एलकेपी सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख एस रंगनाथन ने कहा, ‘‘सकारात्मक वैश्विक संकेतों के साथ ही ब्याज दरों को स्थिर रखने के आरबीआई के फैसले ने भी तेजड़ियों को सक्रिय रखा।’’ उन्होंने कहा कि क्षेत्रवार सूचकांकों में भी तेजड़ियों का यह रुख देखने को मिला। स्मॉलकैप और मिडकैप कंपनियों ने भी इस तेजी में अपना योगदान दिया। आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति ने रेपो दर को चार प्रतिशत पर ही कायम रखने की घोषणा की है। ऐसे में ब्याज दरों की दृष्टि से संवेदनशील कंपनियों के शेयर हरे निशान में कारोबार करने लगे। इसके साथ ही आरबीआई ने वर्ष 2021-22 में वृद्धि के अपने पूर्वानुमान को भी 9.5 प्रतिशत पर यथावत रखा है।
एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, हांगकांग, सियोल और तोक्यो बढ़त के साथ बंद हुए। हालांकि, यूरोपीय बाजारों की हालत ठीक नहीं रही। दोपहर के सत्र में अधिकांश यूरोपीय बाजार नुकसान में थे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.60 प्रतिशत की बढ़त के साथ 75.89 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
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