शेयर बाजार के लिए Black Friday, निवेशकों के 2.67 लाख करोड़ डूबे, ये हैं गिरावट के 5 बड़े कारण
आज सुबह बाजार खुलते ही भरभरा कर गिर गए। एक समय बाजार में 1000 अंकों से अधिक की गिरावट आ गई।
शेयर बाजार में आज का दिन ब्लैक फ्राइडे साबित हुआ। अमेरिका से आई गिरावट की आंधी से भारतीय शेयर बाजारों में आज सुबह तूफान आ गया। आज सुबह बाजार खुलते ही भरभरा कर गिर गए। एक समय बाजार में 1000 अंकों से अधिक की गिरावट आ गई। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 730.17 अंक यानी 1.22 प्रतिशत टूटकर 59,076.11 अंक पर आ गया।हालांकि बाद के घंटों में बाजार में थोड़ी रिकवरी देखने को मिली और कारोबार के अंत में मार्केट 671 अंक लुढ़क गया।
सेंसेक्स में गिरने वाले प्रमुख शेयर एचडीएफसी बैंक, एसबीआई, एचडीएफसी, और इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, बजाज फिनसर्व, एमएंडएम, एलएंडटी, रिलायंस, इंफोसिस और टीसीएस थे। इसके विपरीत टाटा मोटर्स, मारुति, एनटीपीसी, सन फार्मा, पावर ग्रिड और टाइटन में बढ़त हुई।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ''अमेरिकी बााजारों में बिकवाली एसवीबी फाइनेंशियल में 60 प्रतिशत की गिरावट से शुरू हुई। यह एक बैंक है, जो मुख्य रूप से स्टार्टअप्स को फंड करता है। इसने बाजार की धारणा को प्रभावित किया, जिससे बैंकिंग शेयरों पर दबाव बढ़ा। इस बात को लेकर चिंता बढ़ रही है कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी से कर्ज अदायगी प्रभावित हो सकती है।''
बाजार में गिरावट की 5 अहम वजह
- सिलिकॉन वैली बैंक का बेवजह कदम: एसवीबी फाइनेंशियल ग्रुप ने गुरुवार को बेवजह कदम उठाया और उसका खामियाजा इसे उठाना पड़ा। दरअसल, बैंक ने बुधवार को अपनी बैलेंस शीट को मजबूत करने के लिए 1.75 बिलियन डॉलर की शेयर बिक्री शुरू की। इसका बैंक के शेयर पर नकारात्मक असर हुआ। इसके कारण बैंक का स्टॉक 60% गिर गया और बैंक का मार्केट कैप 80 बिलियन डॉलर से अधिक घट गया। इसका असर दुनिया भर के शेयर बाजार पर देखने को मिल रहा है।
- बैंकिंग और आईटी शेयरों में बिकवाली: भारतीय बाजार में सिलिकॉन वैली बैंक का असर देखने को मिल रहा है। आज बैंकिंग और आईटी शेयरों में जरबदस्त बिकवाली देखने को मिल रही है। इसका दबाव सेंसेक्स और निफ्टी पर हुआ है। इसके चलते बाजार में बड़ी गिरावट आई है।
- वैश्विक शेयर बाजारों में कमजोरी: भारतीय बाजार में यह गिरावट वैश्विक शेयर बाजारों में कमजोरी की वजह से आई है। अमेरिकी बाजार डाउ जोंस में 550 अंक और नैस्डैक में 240 अंकों की बड़ी गिरावट कल आई थी। एशियाई बाजारो में भी गिरावट आई है। इसका असर भारतीय बाजार पर हुआ है।
- डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी: विशेषज्ञों के अनुसार विदेशों में प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले रुपये में कमजोरी से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई। डॉलर के मुकाबले रुपया टूटकर 82 के पार चला गया है।
- फेड द्वार ब्याज दरों में बढ़ोतरी का असर: अमेरिका में महंगाई को काबू करने के लिए अमेरिकी फेड की ओर से ब्याज दरों में एक और बढ़ोतरी हो सकती है। इसका असर दुनियाभर के शेयर बाजारों पर देखने को मिल रहा है।