Share Market में उतार-चढ़ाव भरा कारोबार, टूट कर खुलने के बाद हरे निशान में लौटा Sensex-Nifty
Share Market: सेंसेक्स में शामिल 30 में से सिर्फ 10 हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। आईटी शेयरों में आज भी बिकवाली देखने को मिल रही है।
Highlights
- शेयर बाजार में गिरावट जारी रहने की आशंका
- फेड की बैठक से पहले बाजार में उतार-चढ़ाव रहने की संभावना
- छोटे निवेशक सावधानी के साथ बाजार में निवेश करें
Share Market: हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार को शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। शुरुआती कारोबार में बाजार में गिरावट देखने को मिली थी। सेंसेक्स 300 अंक टूट गया था तो निफ्टी में भी करीब 100 अंकों की गिरावट देखने को मिली थी। हालांकि, अब बाजार में तेजी लौट आई है। सेंसेक्स 55ण.75 अंक चढ़कर 58,896.54 अंक पर कारोबार रहा है। वहीं, निफ्टी 23.50 अंक की तेजी के साथ 17,554.35 पर पहुंच गया है। सेंसेक्स में शामिल 30 में से सिर्फ 10 हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। आईटी शेयरों में आज भी बिकवाली देखने को मिल रही है।
इन कंपनियों के शेयरों में गिरावट
सेंसेक्स में अल्ट्राटेक सीमेंट, एशियन पेंट्स, टाइटन, डॉ रेड्डीज, टाटा स्टील, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, मारुति और आईसीआईसीआई गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे। दूसरी ओर महिंद्रा एंड महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, इंफोसिस, बजाज फिनसर्व और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया हरे निशान में थे। अन्य एशियाई बाजारों में सोल, शंघाई, तोक्यो और हांगकांग में गिरावट का रुख था। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को लाल निशान में बंद हुए।
विदेशी निवेशकों ने फिर बिकवाली शुरू की
शेयर बाजार की चाल इस सप्ताह ब्याज दर पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय दी। इसके अलावा, शेयर बाजार में विदेशी पूंजी की आवक और कच्चे तेल के रुझान से भी प्रमुख शेयर सूचकांक प्रभावित होंगे। स्वास्तिका इंवेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, '' बैंक ऑफ इंग्लैंड भी ब्याज दर पर फैसले की घोषणा करेगा। उन्होंने आगे कहा कि संस्थागत निवेशक एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, क्योंकि विदेशी निवेशक भारतीय इक्विटी बाजार में विक्रेता बन गए हैं। अमेरिका में मुद्रास्फीति के आंकड़े के बाद वैश्विक बाजार घबराए हुए दिख रहे हैं। इस वजह से डॉलर सूचकांक 110 के आसपास पहुंच गया है।'' कारोबारियों की नजर अब अमेरिकी संघीय मुक्त बाजार समिति (एफओएमसी) की आगामी बैठक के नतीजे पर है।
सभी की नजर नजर अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक पर
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के शोध उपाध्यक्ष अजीत मिश्रा ने कहा, ''किसी भी प्रमुख घरेलू डेटा और घटनाओं के अभाव में, प्रतिभागियों की नजर अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक पर होगी। इसके अलावा, विदेशी आवक पर भी उनकी नजर रहेगी।'' पिछले हफ्ते सेंसेक्स 952.35 अंक यानी 1.59 फीसदी टूटा, जबकि निफ्टी 302.50 अंक यानी 1.69 फीसदी टूटा। सेंसेक्स शुक्रवार को 1,093.22 अंक या 1.82 प्रतिशत की गिरावट के साथ 58,840.79 पर बंद हुआ था। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि मजबूत व्यापक आर्थिक आंकड़ों के बावजूद घरेलू बाजार में बांड प्रतिफल और डॉलर सूचकांक की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण शेयर बाजारों में गिरावट हुई।
सेंसक्स ने 1,093 अंक का गोता लगाया था
कमजोर वैश्विक रुख के बीच स्थानीय शेयर बाजार शुक्रवार को गोता लगा गया था। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसक्स 1,093 अंक टूट गया, वहीं निफ्टी भी 347 अंक गिर गया। दुनिया के कई केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बीच वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका और विदेशी संस्थागत निवेशकों की भारी बिकवाली से बाजार नीचे आया। कारोबारियों के अनुसार, रुपये की विनियम दर में गिरावट से भी बाजार की धारणा प्रभावित हुई। सेंसेक्स में लगातार तीसरे दिन गिरावट का सिलसिला कायम रहा और यह 1,093.22 अंक या 1.82 प्रतिशत लुढ़ककर 58,840.79 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 1,246.84 अंक तक गिर गया था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 346.55 अंक यानी 1.94 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,530.85 अंक पर बंद हुआ।