Sensex में आई रिकॉर्ड गिरावट, Nifty की हालत खराब; यहां जानिए आज के बाजार का हाल
पिछले हफ्ते बाजार में काफी रौनक देखने को मिली थी, जबकि आज सप्ताह के पहले दिन ही बाजार में निगेटिव रिजल्ट देखने को मिला है। आइए जानते हैं कि आज दिनभर बाजार में कितनी हलचल होती रही।
Share Market: घरेलू शेयर बाजारों में सोमवार के दिन गिरावट आई। वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के बीच बीएसई सेंसेक्स 518 अंक से अधिक के नुकसान में रहा। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 518.64 अंक यानी 0.84 प्रतिशत की गिरावट के साथ 61,144.84 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 604.15 अंक तक नीचे चला गया था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 147.70 अंक यानी 0.81 प्रतिशत टूटकर 18,159.95 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, बजाज फाइनेंस, विप्रो और टाटा स्टील प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में भारती एयरटेल, एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर और पावरग्रिड शामिल हैं।
कैसा रहा इंटरनेशनल मार्केट?
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे, जबकि जापान का निक्की लाभ में रहा। यूरोप में शेयर बाजार शुरुआती कारोबार में नुकसान में रहे। अमेरिका में वॉल स्ट्रीट शुक्रवार को बढ़त में रहा था। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.91 प्रतिशत की गिरावट के साथ 86.82 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 751.20 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
बाजार के चलते रूपया हुआ कमजोर
घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी के रुख और विदेशी बाजारों में डॉलर के मजबूत होने से अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया सात पैसे टूटकर 81.81 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया तेजी के साथ 81.84 पर खुला। कारोबार के दौरान रुपया 81.74 के दिन के उच्चस्तर और 81.91 के निचले स्तर को छूने के बाद अंत में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले सात पैसे की गिरावट के साथ 81.81 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। रुपया शुक्रवार को 10 पैसे की गिरावट के साथ 81.74 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
बीएनपी पारिबा बाय शेयरखान में अनुसंधान विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि कमजोर घरेलू बाजारों और मजबूत डॉलर के कारण रुपये में गिरावट आई। विदेशी संस्थागत निवेशकों की निकासी से रुपये पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। इस बीच दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर की कमजोरी या मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.83 प्रतिशत की तेजी के साथ 107.81 हो गया। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.76 प्रतिशत घटकर 86.95 डॉलर प्रति बैरल रह गया। वहीं, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने शुक्रवार को 751.20 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।