करीब दो सालों से शेयर बाजार ने निवेशकों को निराश किया है। बाजार का एक रेंज बाउंड में घूमना और कई इंडेक्स में गिरावट आने से शेयर बाजार निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इसके चलते अब शेयर बाजार के प्रति निवेशकों का मोहभंग होता जान पड़ता है। यह आकलन नए डीमैट खाते से पता चलता है। देश में नए डीमैट खाता खुलने की संख्या में गिरावट आई है। आपको बता दें कि फरवरी में 21 लाख नए डीमैट खाते खुले थे जो मार्च में घटकर 19 लाख पर आ गए। यानी माह दर माह आधार पर 8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
यह पिछले वित्त वर्ष से काफी कम
पिछले कुछ महीनों से डीमैट खातों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है। आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2022 में प्रति माह जोड़े गए 29 लाख नए खातें खोले जा रहे थे। इसके चलते मार्च में कुल डीमैट खातों की संख्या बढ़कर 11.4 करोड़ हो गई थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि एनएसई में सक्रिय ग्राहकों की कुल संख्या लगातार नौवें महीने घटकर 9.4 प्रतिशत वर्ष दर से घटकर और 2.7 प्रतिशत एमओएम से 32.6 एम आ गई।
कोरोना के बाद तेजी से खुले थे डीमैट खातें
आपको बता दूं कि कोरोना महमारी के बाद जुलाई, 2020 से डीमैट खातों की संख्या में रिकाॅर्ड तेजी आई थी। दरअसल, कोरोना के कारण बाजार में बड़ी गिरावट आई थी। इसके चलते नए निवेशक इस मौके का फायदा उठाकर बाजार में निवेश करने आगे आए थे। उन्होंने अच्छी कमाई भी की लेकिन पिछले एक साल से बाजार ने उनको निराश किया है। इसके चलते नए निवेशकों का उत्साह ठंडा पड़ा है।
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