गिरावट, गिरावट, गिरावट के बाद मार्केट का बाउंस बैक, एक ही बार में सेंसेक्स ने दर्ज की रिकॉर्ड उछाल
हफ्ते के पहले कारोबारी दिन आज शेयर बाजार की मजबूत शुरुआत हुई। बीएसई सेंसेक्स अंक 240.68 उछलकर 60,862.45 अंक पर खुला था। निफ्टी का भी यही हाल देखने को मिला।
हफ्ते के पहले करोबारी दिन मार्केट ने जबरजस्त कारोबार किया। सेंसेक्स और निफ्टी में शानदार उछाल देखने को मिला। शाम को 3 बजकर 30 मिनट पर मार्केट बंद होने के टाइम सेंसेक्स 300 अंक की उछाल के साथ 60,922 प्वाइंट पर जा पहुंचा वही हाल निफ्टी का भी रहा। उसने भी 87 अंक की उछाल के साथ 19,062 पर आज कारोबार बंद किया।
तेजी के साथ ही खुला था मार्केट
बीएसई सेंसेक्स अंक 240.68 उछलकर 60,862.45 अंक पर खुला। सुबह एनएसई निफ्टी में भी तेजी देखने को मिल रही थी। एनएसई निफ्टी 76.55 अंक चढ़कर 18,104.20 अंक पर खुला। सोमवार के शुरुआती कारोबार में बैंकिंग शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों पर नजर डालें तो 25 में तेजी और 5 में गिरावट देखने को मिली थी। सेंसेक्स में शामिल आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक, एसबीआई और टाटा स्टील के शेयरों में अच्छी तेजी देखी गई। टाटा मोटर्स का शेयर 2 फीसदी की तेजी के साथ 410 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। अगर, गिरावट वाले शेयरों पर नजर डालें तो एनटीपीसी, आईटीसी, एशियन पेंट्स आदि में गिरावट है।
पिछले हफ्ते रेड जोन के साथ बंद हुआ था बाजार
हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन शेयर बाजार रेड जोन में कारोबार करते हुए देखा गया। सेंसेक्स 229 अंक टूटकर 60,628 अंक पर अपना बिजनेस बंद किया तो वहीं निफ्टी 86 प्वाइंट की गिरावट के साथ 18,972 अंको पर जा पहुंची।
बुधवार को होगी मंथली एक्सपायरी
मासिक डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटाने की वजह से भी दलाल पथ पर उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘गणतंत्र दिवस की वजह से यह सप्ताह कम कारोबारी सत्रों वाला होगा। ऐसे में जनवरी माह के वायदा एवं विकल्प अनुबंधों का निपटान 25 जनवरी यानी बुधवार को होगा।’’
विदेशी बाजारों पर निर्भर होगी बाजार की दिशा
उन्होंने कहा, ‘‘वैश्विक रुख में भी उतार-चढ़ाव है और इसमें किसी दिशा का अभाव है। हालांकि, वैश्विक बाजार में किसी भी बड़े उतार-चढ़ाव का असर हमारे बाजारों पर भी पड़ सकता है। इस महीने के पहले पखवाड़े में आक्रामक बिकवाली के बाद पिछले कुछ दिनों में एफआईआई की बिकवाली कम हुई हैं। बाजार की दिशा के लिए संस्थागत प्रवाह महत्वपूर्ण रहेगा। तीसरी तिमाही के नतीजों का सीजन चल रहा है, ऐसे में शेयर और क्षेत्र विशेष गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं।’’