मुंबई। निवेशकों की बैंक और वित्तीय शेयरों में मुनाफावसूली से बीएसई सेंसेक्स मंगलवार को 430 अंक से अधिक नुकसान में रहा। पिछले कारोबारी सत्र में तेजी के बाद निवेशकों ने मुनाफा काटा। विशेषज्ञों के अनुसार, निवेशकों का ध्यान फिर से रूस-यूक्रेन युद्ध और तेल की कीमतों में तेजी पर गया है। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 435.24 अंक यानी 0.
72 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60,176.50 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 96 अंक यानी 0.53 प्रतिशत टूटकर 17,957.40 अंक पर बंद हुआ। सें
एचडीएफसी बैंक सबसे अधिक नुकसान में
सेक्स के शेयरों में एचडीएफसी बैंक सर्वाधिक नुकसान में रहा। बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी, कोटक बैंक, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस और रिलायंस इंडस्ट्रीज में भी गिरावट रही। दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में एनटीपीसी, पावरग्रिड, आईटीसी, टाइटन, टीसीएस और नेस्ले इंडिया शामिल हैं। इनमें 3.40 प्रतिशत तक की तेजी रही। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 17 नुकसान में रहे। बैंक और वित्तीय सूचकांकों में सबसे अधिक 1.33 प्रतिशत तक की गिरावट रही। वहीं बिजली खंड में 3.38 प्रतिशत की तेजी रही।
वैश्विक बाजार में रही तेजी
एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में रहे। दोपहर कारोबार में यूरोप के प्रमुख बाजारों में गिरावट का रुख रहा। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.59 प्रतिशत की बढ़त के साथ 109.24 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। निवेशक यूक्रेन से जुड़ी गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं। ऐसी अटकलें हैं कि रूस को कड़े आर्थिक प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को शुद्ध रूप से बाजार में 1,150 करोड़ रुपये से अधिक की पूंजी लगायी।
रुपया 25 पैसे चढ़कर बंद
अमेरिकी मुद्रा और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के कारण विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 25 पैसे चढ़कर 75.28 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर पहुंच गया। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजार में गिरावट के बावजूद प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर में कमजोरी ने निवेशकों की धारणा को मजबूत किया जिससे रुपये में तेजी आई।
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