शेयर बाजार धड़ाम, सेंसेक्स 2284.96 और निफ्टी 705.85 अंक टूटा- जानें कहां तक जाएगा बाजार
ग्लोबल मार्केट में जारी गिरावट के बीच भारतीय शेयर बाजार सोमवार को खुलते ही धड़ाम हो गया। बीएसई सेंसेक्स 2394 अंक और निफ्टी 415 अंकों की गिरावट के साथ खुले।
ग्लोबल मार्केट में जारी गिरावट की चपेट में भारतीय शेयर बाजार भी फंस गया है। हफ्ते के पहले ही दिन सोमवार को भारतीय शेयर बाजार भयानक गिरावट के साथ खुले। बीएसई सेंसेक्स 2393.76 अंकों की गिरावट के साथ 78,588.19 अंकों पर खुला तो वहीं दूसरी ओर एनएसई निफ्टी 50 भी 414.85 अंकों की गिरावट के साथ 24,302.85 अंकों पर खुला। बताते चलें कि पिछले हफ्ते शुक्रवार को भी शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली थी। शुक्रवार को सेंसेक्स 885.60 अंक और निफ्टी 293.20 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ था।
सोमवार को जब भारतीय शेयर बाजार खुले तो सेंसेक्स की 30 में से 28 कंपनियों के शेयर लाल निशान में कारोबार करते हुए नजर आए, जबकि सन फार्मा और हिंदुस्तान यूनिलीवर ही हरे निशान में कारोबार करते हुए नजर आए।
पिछले हफ्ते शुरू हुआ बिकवाली का सिलसिला जारी
ग्लोबल मार्केट में भारी बिकवाली का असर सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में भी देखने को मिला और घरेलू बेंचमार्क इंडेक्स प्री-ओपनिंग में 5% तक गिर गए। बीएसई सेंसेक्स 4000 अंकों तक नीचे गिर गया तो वहीं दूसरी ओर निफ्टी भी 650 अंकों तक नीचे गिर गया।बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स ने पिछले हफ्ते वॉल स्ट्रीट पर शुरू हुई बिकवाली को जारी रखते हुए गैप डाउन की शुरुआत दिखाई।
कहां तक जाएगा बाजार
स्वास्तिका इंवेस्टमार्ट लिमिटेड के हेड ऑफ रिसर्च संतोष मीणा ने बताया कि तकनीकी रूप से, निफ्टी को बजट डे के निचले स्तर 24,075 पर सपोर्ट प्राप्त है और अगला सपोर्ट 50-डीएमए पर 23,900 के आसपास है। इसके नीचे, प्रमुख सपोर्ट 23,300 के लेवल पर है। ऊपर की ओर, 24800-25000 एक प्रमुख प्रतिरोध क्षेत्र बना रहेगा।
दुनिया भर के बाजारों में दिखी भारी गिरावट
बताते चलें कि दुनियाभर के बाजार अभी भारी बिकवाली की वजह से भयानक गिरावट से जूझ रहे हैं। Dow Jones 1.51%, S&P 500 1.84%, Nasdaq 2.38%, FTSE 1.31%, DAX 2.33%, CAC 1.61% और Nikkei 225 में करीब 7 प्रतिशत तक की भारी गिरावट दर्ज की गई।
आखिर इतनी तेजी से क्यों गिर रहा है बाजार
शेयर बाजार में आई इस भयानक गिरावट के पीछे 2 अहम कारण बताए जा रहे हैं। अमेरिका द्वारा जारी किए गए अनुमान से खराब जॉब रिपोर्ट ने मंदी के जोखिम को हवा दे दी है। इसके अलावा, मिडल-ईस्ट में बढ़ते तनाव ने भी निवेशकों को टेंशन में डाल दिया है। यही वजह है कि निवेशक अब शेयर बाजार में शेयर बेचकर अपना पैसा निकाल रहे हैं, जिससे बाजार में भारी गिरावट आ रही है।