नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद से सेंसेक्स 4500 अंक से अधिक लुढ़क चुका है। दरअसल, 23 फरवरी से सेंसेक्स 57,232 अंक से लुढ़कर अब 52,642 अंक पर आ गया है। इस तरह बीते आठ कारोबारी दिन में सेंसेक्स 4500 अंक से अधिक लुढ़क चुका है। बाजार में आई इस बड़ी गिरावट के सभी कंपनियों के शेयरों में भारी नुकसान हुआ है। इस दौरान निवेशकों के कई लाख करोड़ रुपये डूब गए हैं लेकिन एक कंपनी ऐसी है जो निवेशकों को इस मंदी में भी मलामला कर रही है। वह कंपनी है हिंडाल्को। आखिर, ऐसा क्या है कि इतनी बड़ी गिरावट के बाद भी हिंडाल्को के शेयर में तेजी बनी हुई है, आइए जानते हैं।
हिंडाल्को में आज भी 4.40% की तेजी
सोमवार को कंपनी के शेयर 4.40% की तेजी के साथ 609.50 रुपये पर कारोबार कर रहा है। वहीं, सेंसेक्स 2 बजे तक 1,792 अंक की भारी गिरावट के साथ 52,541 अंक पर कारोबार कर रहा है। इसी तरह निफ्टी भी 481 अंक टूटकर 15,763 अंक पर कारोबार रहा है। हालांकि, हिंडाल्को के शेयर पर इसका असर दिखाई नहीं दे रहा है। 23 फरवरी से बात करें तो हिंडाल्को के शेयर 518 रुपये से बढ़कर 609 रुपये के पार पहुंच गया है। रिसर्च फर्म जेफरीज ने हिंडाल्को को लेकर 'बाय' कॉल को बरकरार रखा और टारगेट प्राइस 660 रुपये प्रति शेयर से बढ़ाकर 700 रुपये कर दिया है। रिसर्च फर्म ने एल्युमीनियम की ऊंची कीमतों पर वित्त वर्ष 23-24 के ईपीएस में 5-11 प्रतिशत की वृद्धि भी की।
क्यों जारी है तेजी
रूस और यूक्रेन के बीच में हाल के दिनों में तनाव बढ़ने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में एल्युमीनियम (Aluminium) की कीमतें ऑलटाइम हाई पर पहुंच गई है। जियोपॉलिटिकल टेंशन बढ़ने से घटते माल और आगे आपूर्ति प्रभावित होने की चिंता से एल्युमीनियम की कीमत 3,420 डॉलर पर पहुंच गई। यूक्रेन को लेकर रूस के रुख से पश्चिम देशों द्वारा दुनिया के सबसे बड़े मेटल आपूर्तिकर्ताओं में से एक पर कई प्रतिबंध लगा चुके हैं। इससे रूस से आपूर्ति पूरी तरह रुकने की आशंका है। यह हिंडाल्को जैसी कंपनी को फायदा पहुंचाने का काम करेगा क्योंकि हिंडाल्कों दुनिया की सबसे बड़ी एल्यूमीनियम रोलिंग कंपनियों में से एक है। यानी इस युद्ध से कंपनी को मुनाफा में उछाल आएगा। इससे कंपनी में तेजी बनी हुई है।
Latest Business News