नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन संकट गहराने के साथ ही वैश्विक बाजारों में बड़े पैमाने पर हुई बिकवाली के असर में बीएसई का मानक सूचकांक सेंसेक्स भी बुधवार को 778 अंकों की भारी गिरावट के साथ 55,000 के स्तर से नीचे आ गया। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के अंत में 778.38 अंक यानी 1.38 प्रतिशत की गिरावट के साथ 55,468.90 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई का निफ्टी 187.95 अंक यानी 1.12 प्रतिशत फिसलकर 16,605.95 अंक पर आ गया।
मारुति सुजुकी में बड़ी गिरावट
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में मारुति सुजुकी को सर्वाधिक छह प्रतिशत का नुकसान उठाना पड़ा। डॉ रेड्डीज, एशियन पेंट्स, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के शेयर भी नुकसान के साथ बंद हुए। वहीं टाटा स्टील, टाइटन, रिलायंस और नेस्ले इंडिया के शेयर लाभ में रहे। एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग, टोक्यो और शंघाई के सूचकांक घाटे में रहे जबकि दक्षिण कोरिया का बाजार लाभ में रहा। यूरोप के शेयर बाजारों में दोपहर के सत्र में मिला-जुला रुख देखने को मिला।
कच्चे तेल में उछाल का भी असर
यूक्रेन पर रूस के हमले तेज होने के साथ बढ़ते तनाव से अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 5.09 प्रतिशत की जोरदार उछाल के साथ 110.31 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। इस बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों का बिकवाली रुख बरकरार है। शेयर बाजार से उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने सोमवार को 3,948.47 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।
रुपया 44 पैसे टूटकर 75.77 पर बंद
विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 44 पैसे टूटकर 75.77 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि निरंतर विदेशी कोष की निकासी, घरेलू शेयर बाजार में कमजोर रुख और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 75.78 प्रति डॉलर पर कमजोर खुला। बाद में और नीचे आते हुए 75.86 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया। अंत में रुपया 44 पैसे टूटकर 75.77 के स्तर पर बंद हुआ।
Latest Business News