मार्केट में आने वाले दिनों में एक और आईपीओ के आने का रास्ता साफ हो गया है। भारती एयरटेल की इकाई भारती हेक्साकॉम को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिये धन जुटाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी की तरफ से मंजूरी मिल गई है। हेक्साकॉम के आईपीओ में कोई नया शेयर जारी नहीं किया जाएगा। यह पूरी तरह बिक्री पेशकश (ओएफएस) पर आधारित होगा। भाषा की खबर के मुताबिक, ओएफएस के तहत, टेलीकॉम कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड द्वारा 10 करोड़ शेयर बेचे जाएंगे।
जनवरी में दाखिल किए थे कंपनी ने पेपर
खबर के मुताबिक, भारती हेक्साकॉम ने आईपीओ के लिए डॉक्यूमेंट्स भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) में जनवरी में दाखिल किए थे। कंपनी को 11 मार्च को निष्कर्ष पत्र मिल गया। किसी भी कंपनी को आईपीओ लाने के लिए सेबी का निष्कर्ष पत्र जरूरी होता है। भारती हेक्साकॉम राजस्थान और पूर्वोत्तर में टेलीकॉम सर्विस उपलब्ध करती है। खबर के मुताबिक, 19 जनवरी को बाजार नियामक सेबी के साथ कंपनी द्वारा दायर ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) के मुताबिक, प्रमोटर भारती एयरटेल के पास 70 प्रतिशत हिस्सेदारी (35 करोड़ इक्विटी शेयर) और शेष 30 प्रतिशत शेयरधारिता (15 करोड़ इक्विटी के बराबर) है। शेयर) गैर-प्रवर्तक टेलीकॉम कंसल्टेंट्स इंडिया के पास है।
कंपनी का प्रदर्शन
भारती हेक्साकॉम, राजस्थान और उत्तर पूर्व में ग्राहकों को एयरटेल ब्रांड के तहत उपभोक्ता मोबाइल सेवाएं, फिक्स्ड लाइन टेलीफोन और ब्रॉडबैंड सेवाएं उपलब्ध करती है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 में 549.2 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। यह पिछले वर्ष की तुलना में 67.2 प्रतिशत की गिरावट है। वित्त वर्ष 2022 में इसका प्रॉफिट 1,951.1 करोड़ रुपये था। ऑपरेशन से राजस्व 21.7 प्रतिशत बढ़कर 6,579 करोड़ रुपये हो गया।
सितंबर 2024 को खत्म छह महीने की अवधि में, उच्च कर लागत और असाधारण नुकसान से प्रभावित होकर शुद्ध लाभ साल-दर-साल 64.6 प्रतिशत गिरकर 69.1 करोड़ रुपये हो गया, लेकिन इसी अवधि के दौरान राजस्व 8 प्रतिशत बढ़कर 3,420.2 करोड़ रुपये हो गया।
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