यस बैंक में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) का तीन साल का लॉक-इन पीरियड आज समाप्त हो रहा है। शेयर बाजार में अटकलों का बाजार गर्म है कि तीन साल के लॉक-इन के बाद, एसबीआई अपनी होल्डिंग घटा सकता है या पूरा बेच सकता है। इससे शेयर में बड़ी गिरावट की आशंका जताई जा रही है। आज यस बैंक का 16.90 रुपये के भाव पर शेयर बाजार में सपाट कर रहा है। ऐसे में अगर आपने यस बैंक में निवेश किया तो क्यों करें? शेयर बेचकर निकल जाएं या होल्ड करें? नए निवेशक क्या भाव गिरने पर खरीदारी करें? आइए जानते हैं कि विशेषज्ञ इस पर क्या राय रखते हैं।
बैंक की वित्तीय स्थिति मजबूत हुई
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट में इक्विटी मार्केट के प्रमुख गिरीश सोडानी ने इंडिया टीवी को बताया कि बीते तीन साल में यस बैंक की वित्तीय स्थिति में काफी सुधार हुआ है। आने वाले सालों में बैंक मुनाफा कमाना शुरू कर देगा। इसलिए, एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक पूरी तरह से अपनी हिस्सेदारी नहीं बेचेंगे। वह आगे भी अपना निवेश जारी रखेंगे और शेयर के भाव बढ़ने पर मुनाफा कमाएंगे।
25 रुपये का भाव मध्यम अवधि में संभव
उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में यस बैंक के स्टॉक ने निवेशकों को 24% रिटर्न दिया है। यस बैंक की कमाई में धीरे धीरे सुधार हो रहा है। वहीं, दूसरी ओर बैंक ने अपने 48,000 करोड़ के एनपीए को JC फ्लावर्स एसेट रीकंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को ट्रांसफर किया है। इससे बैंक का बही खाता क्लीन करने में मदद मिलेगी। की तनावग्रस्त संपत्ति को स्थानांतरित कर दिया, एक ऐसा कदम जो अपने पुनर्गठन मॉडल में मदद करने के लिए बैंक की बुक क्लीन ऑफ बेकार परिसंपत्तियों को मिटा देगा। वहीं, पीई फर्मों द्वारा 9,000 करोड़ रुपये के फंड से बैंक की वित्तीय स्थिति और मजबूत होगी। ऐसे में मेरा मनना है कि लॉक इन पीरियड खत्म होने पर बैंक के शेयर में फ्रेश बाइंग देखने को मिल सकता है। मध्यम अवधि में यस बैंक का स्टॉक 20 से 25 रुपये के भाव पर जा सकता है।
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