Russia Ukraine News: रूस के यूक्रेन पर हमले से शेयर बाजार में हाहाकार, चंद मिनटों में निवेशकों के 8 लाख करोड़ रुपये डूबे
रूस और यूक्रेन के बीच संकट से मार्केट पहले ही भारी गिरावट देख चुका है। युद्ध के आगाज़ के साथ ही बाजार में एक और बड़ी गिरावट आई है।
नई दिल्ली। रूस ने यू्क्रेन पर हमला बोल दिया है। यूक्रेन की कई शहरों में बम धमाके किए गए हैं। इसका असर भारतीय शेयर बाजार पर देखने हुआ है। बीएसई सेंसेक्स खुलते ही 1800 अंक से अधिक लुढ़क गया है। निफ्टी भी टूटकर 16,600 के करीब पहुंच गया है। हालांकि, 12 बजे तक बाजार में सुधार देखने को मिल रहा है लेकिन अभी भी सेंसेक्स करीब 1500 अंक लुढ़का हुआ है। इस बड़ी गिरावट से निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है। गुरुवार को शुरुआती कारोबार में बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण सुबह करीब 12 बजे तक घटकर 2,47,46,960.48 करोड़ रुपये रह गया। बाजार पूंजीकरण बुधवार को कारोबार के अंत में 2,55,68,668.33 करोड़ रुपये था। इस तरह निवेशकों की संपत्ति में करीब 8.2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की गिरावट हुई। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में करीब तीन प्रतिशत की गिरावट देखी गई।
सेंसेक्स 54,500 और निफ्टी 16,300 तक गिरने का अनुमान
इंडिया इंफोलाइन सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता ने इंडिया टीवी को बताया कि यूक्रेन संकट के कारण आगे भी भारतीय शेयर बाजार में और बड़ी गिरावट आ सकती है। उन्होंने बताया कि ट्रेंडरेखा ब्रेकडाउन होता हुआ दिख रहा है। वहीं, आरएसआई और एमएसीडी नेगेटिव डाइवर्जेंस शो कर रहे हैं। ऐसे में आने वाले दिनों में निफ्टी 16300-16500 तक जा सकता है। वहीं, सेंसेक्स 54,500 के स्तर को टच कर सकता है। यानी आने वाले समय में और बड़ी गिरावट आ सकती है। ऐसे में निवेशकों को सर्तक रहने की जरूरत है।
क्या करें निवेशक
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि छोटे निवेशक घबराहट में बिकवाली नहीं करें। अगर लंबी अविध का लक्ष्य है तो बाजार में बने रहें लेकिन कोई नया निवेश नहीं करें। वहीं, छोटी अवधि के निवेश स्टॉपलॉश लगाकर कुछ शेयर से निकलने की कोशिश करें।
सबसे अधिक नुकसान इन शेयरों में
सबसे अधिक नुकसान वाले शेयरों में एयरटेल, इंडसइंड बैंक, टेक महिंद्रा और एसबीआई शामिल थे। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में सैन्य अभियान शुरू करने की घोषणा की, जिससे दुनिया के बाजारों में भारी बिकवाली देखने को मिली। यूक्रेन-रूस संकट को देखते हुए ब्रेंट क्रूड तेल आठ साल में पहली बार बढ़कर 100 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल हो गया। शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को 3,417.16 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।