भारतीय शेयर बाजार में पिछले हफ्ते बड़ी बिकवाली का दौर देखने को मिला। इससे लॉर्ज कैप से लेकर स्मॉल कैप कंपनियों की बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बड़ी गिरावट आई। इसके चलते निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। सबसे अधिक नुकसान रिलायंस इंडस्ट्रीज के निवेशकों को हुआ क्योंकि बाजार पूंजीकरण में बड़ी गिरावट आई। रिलायंस इंडस्ट्रीज का मूल्यांकन 42,994.44 करोड़ रुपये घटकर 16,92,411.37 करोड़ रुपये रह गया। भारतीय स्टेट बैंक का बाजार मूल्यांकन 26,193.74 करोड़ रुपये गिरकर 5,12,228.09 करोड़ रुपये पर आ गया।
1.68 लाख घटा शीर्ष 10 कंपनियों का पूंजीकरण
बाजार पूंजीकरण के लिहाज से शीर्ष 10 कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण पिछले सप्ताह 1,68,552.42 करोड़ रुपये घट गया। इनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज को सबसे अधिक गिरावट का सामन करना पड़ा। पिछले सप्ताह सेंसेक्स 1,492.52 अंक या 2.43 प्रतिशत टूटा था। चीन और कुछ अन्य देशों में कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच बाजार की धारणा कमजोर रही। एचडीएफसी बैंक का मूल्यांकन 22,755.96 करोड़ रुपये घटकर 8,90,970.33 करोड़ रुपये और भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का मूल्यांकन 18,690.03 करोड़ रुपये घटकर 4,16,848.97 करोड़ रुपये रह गया। आईसीआईसीआई बैंक का बाजार पूंजीकरण 16,014.14 करोड़ रुपये घटकर 6,13,366.40 करोड़ रुपये और हिंदुस्तान यूनिलीवर का बाजार पूंजीकरण 11,877.18 करोड़ रुपये घटकर 6,15,557.67 करोड़ रुपये रह गया।
इंफोसिस और एचडीएफसी ने भी दिया झटका
इंफोसिस का बाजार पूंजीकरण 10,436.04 करोड़ रुपये घटकर 6,30,181.15 करोड़ रुपये और एचडीएफसी का बाजार पूंजीकरण 8,181.86 करोड़ रुपये घटकर 4,78,278.62 करोड़ रुपये रह गया। शीर्ष 10 कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सबसे मूल्यवान कंपनी का खिताब अपने पास बनाए रखा।
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