नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से पेटीएम पेमेंट्स बैंक द्वारा नए ग्राहकों को जोड़ने पर रोक लगाने का असर सोमवार को कंपनी के शेयर पर देखने को मिला है। पेटीएम का शेयर खुलते ही 12% टूटकर 672 रुपये तक लुढ़क गया। हालांकि, बाद में मामूली सुधार देखने को मिला। 1 बजे तक शेयर 10% फीसदी से अधिक टूटकर 996 रुपये पर कारोबार कर रहा था। गौरतलब है कि पेटीएम शेयर अभी तक आईपीओ की तुलना में करीब 70 फीसदी नीचे आ चुका है। पेटीएम की पैरेंट कंपनी One97 communications की लिस्टिंग 18 नवंबर 2021 को 2,150 रुपये में हुई थी, जो गिरकर अब 700 रुपये पर है। इस तरह निवेशकों को प्रति शेयर करीब 1,450 रुपये का नुकसान हो चुका है।
आगे और गिरावट या पैसा लगाने का समय
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने इंडिया टीवी को बताया कि जब किसी शेयर में बड़ी गिरावट आ जाती है तो छोटे निवेशकों को लगता है कि अब इसमें तेजी लौटेगी और बड़ी कमाई होगी। वह इसी गलतफहमी में बड़ा नुकसान कर बैठते हैं। पेटीएम को लेकर मेरी राय यह है कि इससे निवेशक अभी भी दूरी बनाकर रखें। कंपनी नुकसान में और तीन साल में फायदे में लौटने की बात कर रही है। यानी, भविष्य को लेकर कोई साफ तस्वीर नहीं है। कंपनी के शेयर 2,150 से टूटकर 700 से नीचे आ चुका है। इसकी बहुत संभावना है कि आगे यह और नीचे लुढ़क जाए। यानी निवेशकों को इस भाव पर भी नुकसान उठाना पड़ सकता है। बाजार में अच्छी कंपनी के शेयर सस्ते भाव पर उपलब्ध हैं। इसमें निवेश करने की जगह निवेशक उसमें निवेश कर सकते हैं। साथ ही कम जोखिम में बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं।
दिसंबर 2021 में मिला था पेमेंट्स बैंक का दर्जा
भारतीय रिजर्व बैंक ने दिसंबर 2021 में पेटीएम को शेड्यूल पेमेंट्स बैंक का दर्जा दिया था। शेड्यूल्ड बैंक का दर्जा मिलने से पेटीएम पेमेंट्स बैंक सरकारी और अन्य बड़े कॉरपोरेशन के रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल में हिस्सा लेने, प्राइमरी ऑक्शन में भी शामिल होने, फिक्स्ड रेट, वैरिएबल रेपो रेट, रिवर्स रेपो रेट, मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी की सुविधा मुहैया करा रहा है।
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