Paytm Share Crash: पेटीएम में आखिर क्यों मचा 'हाहाकार', 11% लुढ़ककर पहली बार 500 रुपये के नीचे भाव
पेटीएम के IPO को देश के सबसे बड़े आईपीओ के रूप में पेश किया गया था। लेकिन बीते एक साल में कंपनी का शेयर 78 फीसदी टूट चुका है और निवेशकों के 1 लाख करोड़ डूब चुके हैं।
Paytm Share Crash: पेटीएम के आईपीओ में बोली लगाने वाले शेयरधारकों को बीते एक साल से अच्छे दिनों की तलाश है, लेकिन बुरी खबरें न तो कंपनी और न शेयरधारकों को पीछा छोड़ रही हैं। मंगलवार को एक बार फिर पेटीएम के शेयरों में हाहाकार मच गया और कंपनी का शेयर पहली बार 500 रुपये से भी नीचे टूट गया और 477 रुपये के लेवल तक जा लुढ़का। बता दें कि बीते साल नवंबर में पेटीएम 2150 रुपये प्रति शेयर के भाव पर आईपीओ लाई थी जिसके बाद से कंपनी का शेयर 78 प्रतिशत से ज्यादा टूट चुका है।
पहली बार 500 रुपये नीचे
पेटीएम के लिए मंगलवार का दिन वकई अमंगलकारी साबित हुआ। आज सुबह पेटीएम का शेयर 535 रुपये के भाव पर खुला। लेकिन मार्केट जैसे जैसे आगे बढ़ा वैसे वैसे गिरावट गहराती गई और कुछ ही देर में देखते ही देखते शेयर में 11 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ गई। और बीते एक साल के इतिहास में पहली बार पेटीएम का शेयर 500 रुपये के लेवल को तोड़ते हुए 477 रुपये कि रिकॉर्ड निचले स्तरों तक पहुंच गया। पेटीएम का मार्केट कैप भी घटकर 31,363 करोड़ रुपये पर आ गया है।
क्या है गिरावट के कारण
पेटीएम के प्रमुख निवेशक सॉफ्ट बैंक पहले ही कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बेचने की घोषणा कर चुके हैं। इसके साथ ही आईपीओ निवेशकों के लिए 1 साल का लॉकइन पीरिएड भी खत्म हो गया है। जिसके चलते बीते कई दिनों से पेटीएम का शेयर पिट रहा है। वहीं खबर आई है रिलायंस भी अपनी जियो फाइनैंशियल सर्विसेज के जरिए फाइनैंशियल सेक्टर में कदम रखने जा रही है। ऐसे में रिलायंस पेटीएम को बड़ी चुनौती दे सकती है। इसके चलते भी पेटीएम के शेयर गिरावट आई है।
बड़े निवेशक छोड़ रहे साथ
पेटीएम में गिरावट की दूसरी बड़ी वजह संस्थागत निवेशकों की ओर से हो रही बिकवाली है। एसवीएफ इंडिया होल्डिंग्स (केमन) ने लगभग 556 रुपये के औसत भाव पर 2 करोड़ 93 लाख शेयर बेचे हैं। इससे पहले जापान की सॉफ्टबैंक ने पेटीएम में साढ़े 4 प्रतिशत हिस्सा ब्लॉक डील के जरिए बेचा था। 18 नवंबर, 2022 को पेटीएम के आईपीओ आने से पहले कंपनी में निवेश करने वाले बड़े निवेशकों के लिए लॉक इन पीरियड खत्म हो गया जिसके बाद लगातार बड़े निवेशक पेटीएम का शेयर बेच रहे हैं।
निवेशकों के डूबे 1.07 लाख करोड़
पेटीएम को भारत के सबसे बड़े आईपीओ के रूप में पेश किया गया था। कंपनी 2150 रुपये प्रति शेयर के भाव पर आईपीओ लेकर आई थी। लेकिन स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग के बाद से ही कंपनी का शेयर फिसल रहा है। 2150 रुपये के भाव पर उसका मार्केट कैप 1.39 लाख करोड़ रुपये था जो अब 31,363 करोड़ रुपये रहा गया है। यानि निवेशकों को करीब 1.07 लाख करोड़ की चपत लग चुकी है।