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Hindi News पैसा बाजार बिना इस फॉर्मूले के Mutual Funds में निवेश कर कोई नहीं बन पाया करोड़पति! अपना लिया तो अमीर बनना तय

बिना इस फॉर्मूले के Mutual Funds में निवेश कर कोई नहीं बन पाया करोड़पति! अपना लिया तो अमीर बनना तय

Mutual Fund Tips: म्यूचुअल फंड में पैसा लगाकर हर कोई अधिक रिटर्न बनाने की चाहत रखता है। कम ही लोगों को सफलता मिल पाती है। अगर आप भी ऐसा करने की सोच रहे हैं तो ये खबर आपके लिए है।

Mutual funds best formula for investment- India TV Paisa Image Source : FILE बिना इस फॉर्मूले के Mutual Funds से नहीं होगी कमाई

Mutual Funds Best Formula: ये बात सही है कि आप केवल Mutual Fund में निवेश करने से भविष्य में ज्यादा पैसे नहीं बना सकते हैं और अगर आप Investment कम टाइम पीरियड के लिए करना चाहते हैं, मसलन 3 से 5 साल, तब तो आप बिल्कुल भी पैसे नहीं बना सकते। करोड़पति बनना तो दूर की बात है क्योंकि Compounding Effect तभी काम करता है जब आप 10 साल, 15 साल या उससे भी अधिक समय के लिए पैसे को कंपाउंड कराते हैं। एक मायने में कहा जाए तो आप Lumpsum कर उसे कंपाउंड होने के लिए छोड़ देते हैं। 

Mutual Fund में पैसे लगाने से पहले जानें टाइमिंग का खेल 

एक उदाहरण से आप इसे आसानी से समझ सकते हैं। हवाई जहाज पहले रनवे पर उड़ता है। पहले उसे लंबे रनवे पर दौड़ना पड़ता है, फिर वह धीरे-धीरे आसमान में ऊपर की तरफ उठता है और धरती के वायुमंडल के सबसे  निचला हिस्सा क्षोभ मंडल में जाता है, जहां उसकी रफ्तार 180 से 200 किलोमीटर प्रति घंटे तक ही रहती है। और जैसे ही हवाई जहाज क्षोभ मंडल को छोड़कर समताप मंडल में पहुंचता है तब उसकी रफ्तार काफी तेज हो जाती है क्योंकि उसकी रफ्तार पर पृथ्वी के वायुमंडल का कोई असर नहीं पड़ता। ठीक यही बात आपके Mutual Fund इन्वेस्टमेंट पर भी लागू होती है। 3 से 5 साल वो समय सीमा है जब आपका प्लेन यानी म्यूचुअल फंड धीरे-धीरे ग्रो करता है। फिर 5 साल से 7 साल वो समय है जब तेजी पकड़ता है। और फिर 10 साल के बाद अपका Mutual Fund रूपी हवाईजहाज समताप मंडल में पहुंच जाता है। उस समय तक आपके Investment का कॉर्पस इतना ज्यादा हो जाता है कि मार्केट के छोटे-मोटे उठापटक से कोई खास असर नहीं पड़ता और फिर उसके बाद आपका म्यूचुअल फंड जेट की रफ्तार से आगे बढ़ता है, ग्रो करता है। क्योंकि तबतक उस म्यूचुअल फंड की  NAV (Net Asset Value) भी काफी ज्यादा हो जाती है। NAV का मतलब म्यूचुअल फंड के एक यूनिट की मौजूदा कीमत है। 

NAV ज्यादा तो आपका मुनाफा ज्यादा

जब भी आप म्यूचुअल फंड में SIP करते हैं या एकमुश्त पैसे डालते हैं यानी Lumpsum करते हैं तब उस पैसे के एवज में आपको कुछ यूनिट अलॉट किए जाते हैं। सारा खेल इसी NAV और आपको मिले यूनिट का है। मान लीजिए आपने शेयर मार्केट में कोरोना के दौर में यानी मार्च 2020 में 1 लाख रुपये लगाए थे। उस समय निफ्टी-50 करीब 7500 के लेवल तक पहुंच गया था। मान लेते हैं उस वक्त आपके म्यूचुअल फंड की NAV 100 रुपये थी इसमें आपको एक हजार यूनिट अलॉट होते। और आज निफ्टी-50 करीब साढ़े 17 हजार के लेवल पर है। यानी मार्केट  में करीब 3 साल में 115% का  ग्रोथ। यानी अगर आपने उस वक्त 1 लाख लगाए  होते तो महज 3 साल में ही आपके 1 लाख रुपये अब बढ़कर 2 लाख 15 हजार हो गए होते। लेकिन अगर आपने महज 1 महीने पहले यानी फरवरी 2020 में 1 लाख लगाए होते तो आपके पैसे में महज 41% का ही ग्रोथ  होता। और आपके एक लाख रुपये महज 1 लाख 41 हजार ही हुए होते। एक बार फिर कहूंगा ये सारा टाइमिंग का ही खेल है। दोनों  Condition में पैसे  1 लाख  रुपये ही लगाए गए। एक ही म्यूचुअल फंड में लगाए गए, लेकिन एक ने 115% का ग्रोथ दिया और दूसरे ने महज 41% का ग्रोथ। अब जब आप म्यूचुअल फंड से पैसे निकालेंगे तो अभी के Current price के हिसाब से आपको पैसे मिल जाएंगे। जिसे मैंने आपको ऊपर  समझा दिया है। तो अब आप समझ  गए होंगे कि आखिर म्यूचुअल फंड में पैसे कब लगाना है। जब मार्केट डाउन हो तो दबाकर पैसे लगाएं। और लॉन्ग टर्म में  शानदार रिटर्न पाएं। ये return फिर भी FD के आज के मौजूदा दौर में 7.5 से 8% के return से कहीं ज्यादा बढ़िया है। 

ऊपर के उदाहरण में चूकि एक mutual fund से आप महज 41% का ही return पाते, इसलिए केवल आँखें बंदकर mutual fund में निवेश करने से आप अमीर नहीं बन सकते। इसके लिए आपको अपनी आँखें खोलनी होंगी और मार्केट के गिरने पर और ज्यादा पैसे डालने चाहिए जिससे U या V shape recovery के चांस में आप जल्द मालामाल हो सकें। अब ये U और V shape recovery क्या होती है, आगे बताऊंगा। फिलहाल मार्केट गिरने पर क्या  strategy अपनाएं, जिससे म्यूचुअल फंड में अच्छा निवेश पाएं। 

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