निफ्टी 24,500 के लेवल को छुएगा लेकिन कब? इस साल या अगले साल, जानें
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज की पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा शाखा एमके इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स लिमिटेड ने सेमिनार में कहा कि एनडीए सरकार के कम से कम 330 सीटों के साथ एक बार फिर केंद्र में वापसी की उम्मीद है। ऐसे में भूमि, श्रम और न्यायपालिका से जुड़े बड़े सुधार होंगे।
आम चुनाव के कारण इन दिनों शेयर बाजार में तेज उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। 4 जून को आम चुनाव के रिजल्ट आएंगे। क्या उसके बाद बाजार में तेजी देखने को मिलेगी? एमके इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स की ओर से एक अनुमान जारी किया गया है, जिसके मुताबिक, प्रमुख शेयर सूचकांक निफ्टी-50, 15 प्रतिशत की अनुमानित वृद्धि के साथ दिसंबर, 2024 तक 24,500 अंक के स्तर पर पहुंच सकता है। वहीं, दिसंबर, 2025 तक 26,500 अंक पर पहुंच सकता है। निफ्टी मंगलवार को 22,888.15 अंक पर बंद हुआ। इससे एक दिन पहले यह अपने सर्वकालिक उच्चस्तर 23,110.80 पर था।
एनडीए को फिर बहुमत मिलने की उम्मीद
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज की पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा शाखा एमके इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स लिमिटेड ने सेमिनार में कहा कि एनडीए सरकार के कम से कम 330 सीटों के साथ एक बार फिर केंद्र में वापसी की उम्मीद है। ऐसे में भूमि, श्रम और न्यायपालिका से जुड़े बड़े सुधार होंगे। इससे भारतीय बाजारों में सकारात्मक भावना को समर्थन मिलेगा। एमके इन्वेस्टमेंट ने कहा कि लंबी अवधि में अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा दरों में कटौती, भू-राजनीतिक घटनाक्रम और चुनावों पर नजर रखी जाएगी। एमके इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के मुख्य निवेश अधिकारी मनीष सोंथालिया ने निवेशकों को भारतीय शेयर बाजारों में लाभ उठाने के लिए लार्ज कैप और मिड कैप में समान निवेश के साथ मल्टी-कैप दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि बैंकिंग, वित्तीय सेवा और बीमा (बीएफएसआई), सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू), और औद्योगिक क्षेत्र के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।
शेयर बाजार की तेजी के पीछे मजबूत बुनियाद
शेयर बाजार में तेजी मजबूत बुनियाद और कंपनियों की आय बढ़ने के कारण आई है। शेयर विशेषज्ञों ने यह राय जाहिर करते हुए कहा कि खुदरा निवेशक खरीदारी के मौके का इस्तेमाल अच्छे शेयर जमा करने के लिए कर सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि कॉरपोरेट बही-खाते पांच साल पहले की तुलना में अब बहुत साफ-सुथरे हैं और क्षमता विस्तार की गुंजाइश है। आनंद राठी शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर्स के बुनियादी अनुसंधान निवेश सेवाओं के प्रमुख नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि भारतीय बाजार में हालिया तेजी, जीडीपी वृद्धि और विनिर्माण पीएमआई (क्रय प्रबंधक सूचकांक) जैसे मजबूत घरेलू व्यापक आर्थिक संकेतकों से समर्थित है। यहां तक कि मुद्रास्फीति भी काफी हद तक स्थिर है। संपत्ति प्रबंधन कंपनी द इन्फिनिटी ग्रुप के संस्थापक और निदेशक विनायक मेहता ने कहा कि पोर्टफोलियो में विविधता लाकर, मजबूत बुनियादी सिद्धांतों के साथ गुणवत्ता वाले शेयरों में निवेश करके और और सट्टा व्यापार से बचकर जोखिम को कम किया जा सकता है।
रिजल्ट तक अस्थिरता जारी रहने का अनुमान
उन्होंने कहा कि एक जून को चुनाव के अंतिम चरण तक अस्थिरता जारी रहने का अनुमान है। चुनाव नतीजों से पहले बाजार में बड़ी गिरावट की गुंजाइश नहीं है। कारोबारी मंच फायर्स के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) तेजस खोडे ने कहा कि खुदरा निवेशकों को दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए और जोखिमों को कम करने के लिए व्यवस्थित निवेश योजनाओं (एसआईपी) और विविध पोर्टफोलियो पर विचार करना चाहिए।