भारतीय शेयर बाजार में बुधवार को जबरदस्त तेजी देखी गई। इसके चलते निफ्टी ने दो महीनों में पहली बार 20,000 के अंक को पार कर लिया। वहीं, बीएसई पर सूचीबद्ध सभी कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण पहली बार 4,000 अरब अमेरिकी डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। आपको बता दें कि बुधवार को निफ्टी 206.90 अंक या 1.04 प्रतिशत बढ़कर 20,096.60 पर बंद हुआ, जबकि बीएसई सेंसेक्स 727.70 अंक या 1.10 प्रतिशत उछलकर 66,901.91 पर बंद हुआ। अब अगर आप शेयर बाजार निवेशक हैं तो आपके मन में यह सवाल जरूर आएगा कि आगे बाजार की चाल कैसी रहेगी? बाजार में इतनी बड़ी तेजी क्यों आई? आइए जानते हैं।
इसलिए बाजार में लौटी जबरदस्त तेजी
ब्रोकिंग फर्म ट्रेडस्विफ्ट के डायरेक्टर और दिग्गज मार्केट एक्सपर्ट संदीप जैन ने बताया कि बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का मार्केट कैप 4,000 अरब अमेरिकी डॉलर के स्तर पर पहुंचना ऐतिहासिक है। अब भातरीय शेयर बाजार दुनिया का पांचवां बड़ा मार्केट बन गया है। यह उपलब्धि है जो शेयर बाजार पर घरेलू निवेशकों के भरोसे से बना है। ग्लोबल माहौल बेहतर होने से विदेशी निवेशकों का रुझान फिर बढ़ा है। पिछले 5 दिन से विदेशी निवेशक लगातार पैसा लगा रहे हैं। इससे बाजार नया हाई बनाया है। भारतीय बाजार की मजबूती का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब क्रूड में जबरदस्त तेजी थी, बॉन्ड-यील्ड उच्चतम स्तर पर थे और डॉलर रोज नया रिकॉर्ड बना रहा था, तब भी बाजार में गिरावट नहीं है।
अब जब हालात सुधरे हैं तो जबरदस्त तेजी लौटी है। अभी तो हेवीवैट जैसे रिलायंसे, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई ने योगदान ही नहीं दिया है। जब ये देंगे तो बाजार नई ऊंचाई पर पहुंचेगा। आईपीओ मार्केट में 3.5 करोड़ का फ्लो दर्शता है कि भारतीय बाजार को लेकर रिटेल निवेशकों का रुझान कैसा है। म्यूचुलअ फंड में लगातार बढ़ता फंड भी इसकी गवाही दे रहा है। इसलिए लंबी अवधि के निवेशकों की चांदी है। पैसा बनेगा और खूब पैसा बनेगा।
आईपीओ मार्केट में भी बाजार को बूस्ट किया
यह चल रहे आईपीओ की मजबूत लिस्टिंग और अमेरिकी फेड अधिकारियों के बयानों से प्रेरित था, जिससे शुरुआती उम्मीदें तेज हो गईं। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने ये बात रही है। अडानी समूह की अधिकांश कंपनियां बुधवार को हरे निशान में थीं। विदवानी ने कहा, ऐसा सुप्रीम कोर्ट के अमेरिकी शॉर्ट-सेलर द्वारा किए गए स्टॉक हेरफेर और धोखाधड़ी के दावों पर फैसला रिजर्व रखने के कारण हुआ। निफ्टी पर हीरो मोटोकॉर्प, एमएंडएम, एक्सिस बैंक, विप्रो और टाटा मोटर्स शीर्ष लाभ में रहे, जबकि ओएनजीसी, नेस्ले इंडिया, आयशर मोटर्स, अदानी एंटरप्राइजेज और डिविस लैब शीर्ष घाटे में रहे।
इनपुट: आईएएनएस
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