Market outlook for next week: शेयर बाजार की अगले हफ्ते कैसी रहेगी चाल? सटीक आकलन यहां पढ़ें
विश्लेषकों का कहना है कि बाजार में हाल में सुधार दिखा है, लेकिन यह अभी मजबूत नजर नहीं आ रहा है।
Market outlook for next week: पिछले कुछ महीनों से शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर देखने को मिल रहा है। ऐसे में निवेशकों को हर हफ्ते बाजार की चाल को लेकर ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। जानकारों का कहना है कि अगल हफ्ता बाजार के लिए बड़ा उठापटक वाला हो सकता है। दरअसल, शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह मुख्य रूप से भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के नतीजों से तय होगी। इसके अलावा वैश्विक रुझान, विदेशी कोषों के रुख और कच्चे तेल की कीमतों पर भी बाजार भागीदारों की निगाह रहेगी।
बाजार में अभी भी मजबूती नहीं
विश्लेषकों का कहना है कि बाजार में हाल में सुधार दिखा है, लेकिन यह अभी मजबूत नजर नहीं आ रहा है। इसकी वजह बढ़ती मुद्रास्फीति और भू-राजनीतिक तनाव के बीच वैश्विक स्तर पर नीतिगत रुख को सख्त किया जाना है। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा, वैश्विक स्तर पर वृहद आंकड़े और कच्चे तेल के दाम इस सप्ताह बाजार की चाल तय करेंगे। रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजों की घोषणा आठ जून को होगी। रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दरों में बढ़ोतरी तय मानी जा रही है, ऐसे में केंद्रीय बैंक की ‘टिप्पणी’ क्या रहती है, उसे देखना होगा। औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के आंकड़े 10 जून को कारोबार बंद होने के बाद आएंगे।
वैश्विक आकड़ों पर भी रहेगी नजर
मीणा ने कहा कि वैश्विक मोर्चे पर गुरुवार को अमेरिका के बेरोजगारी दावों के आंकड़े और शुक्रवार को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आंकड़े आने हैं। वैश्विक बाजारों की दृष्टि से ये काफी महत्वपूर्ण रहेंगे। उन्होंने कहा कि कच्चे तेल के दाम अभी ऊंचे हैं। यदि इनमें कमी नहीं आती, तो इससे बाजार की धारणा प्रभावित हो सकती है। इसके अलावा विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) अब भी बिकवाली कर रहे हैं। हालांकि, अब इसकी रफ्तार कुछ कम हुई है। मीणा ने कहा कि यदि कच्चे तेल के दाम में तेजी से रुपया कमजोर होता है, तो उनकी बिकवाली और बढ़ सकती है। बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 884.57 अंक या 1.61 प्रतिशत के लाभ में रहा।
ब्याज दरों में एक और बढ़ोतरी की उम्मीद
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि.के उपाध्यक्ष-शोध अजित मिश्रा ने कहा, तिमाही नतीजों का सीजन पीछे छूट चुका है। ऐसे में अब सभी का ध्यान मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक पर रहेगा। यह बैठक 6-8 जून तक होनी है। बाजार पहले ही नीतिगत दरों में एक और वृद्धि के लिए तैयार है। सभी का ध्यान मानसून के अनुकूल रहने के पूर्वानुमान के बीच रिजर्व बैंक की टिप्पणी पर रहेगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा वैश्विक बाजारों के प्रदर्शन और कच्चे तेल के दाम पर भी सभी की निगाह रहेगी। वृहद आर्थिक मोर्चे पर बाजार भागीदारों की निगाह 10 जून को आने वाले आईआईपी के आंकड़ों पर रहेगी। सैमको सिक्योरिटीज में इक्विटी शोध प्रमुख येशा शाह ने कहा कि इस सप्ताह मुद्रास्फीति पर सभी की निगाह रहेगी।