शेयर बाजार में 'मंगल ही मंगल', सेंसेक्स 566 अंक उछलकर 66 हजार के पार निकला, निफ्टी 19,700 के करीब
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने कहा कि अगर इजराइल ने गाजा में जमीनी कार्रवाई शुरू कर दी तो स्थिति और खराब हो सकती है। आर्थिक और बाजार के रुझानों के विपरीत, भूराजनीतिक विकास की भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है। यह अनिश्चितता बाज़ारों पर असर डालेगी।
शेयर बाजार निवेशकों के लिए मंगलवार का दिन 'मंगल ही मंगल' वाला रहा। सोमवार को इजरायल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने की खबर से बाजार में बड़ी गिरावट आई थी लेकिन आज शुरुआती कारोबार से ही जबरदस्त तेजी देखने को मिली। बाजार में चौतरफा खरीदारी से बीएसई सेंसेक्स एक बार फिर 66 हजार के पार निकलकर बंद हुआ। अंत में बीएसई सेंसेक्स 566.97 अंक चढ़ककर 66,079.36 अंक पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी 177.50 अंक की तेजी के साथ 19,689.85 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल 30 में से सिर्फ 3 शेयरों में गिरावट और 27 में तेजी रही। सबसे अधिक तेजी भारतीय एयरटेल में रही।
कंपनियों के तिमाही नतीजे पर बाजार की नजर
मार्केट एक्सपर्ट के अनुसार, इजराइल-हमास संघर्ष तेज होने के बावजूद अमेरिकी बॉन्ड के प्रतिफल में नरमी आने से ब्याज दर को लेकर शेयरों में तेजी रही। इसके चलते शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, भारतीय बाजार पिछले सत्र के नुकसान से पूरी तरह उबर गया। कच्चे तेल की कीमतों में नरमी और फेडरल रिजर्व के अधिकारियों की नरम टिप्पणियों से बॉन्ड प्रतिफल गिरने से तेजी में मदद मिली। नायर ने कहा कि घरेलू बाजार का ध्यान इस समय आने वाले कंपनियों के तिमाही नतीजों पर है, जिसमें कमाई को लेकर आशावादी नजरिया है।
इन कंपनियों के शेयरों में रही तेजी
सेंसेक्स के लाभ में रहने वाले शेयरों में भारती एयरटेल सबसे अधिक 2.9 प्रतिशत चढ़ गया। कोटक बैंक, टाटा मोटर्स, जेएसडब्ल्यू स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, इन्फोसिस, एमएंडएम, टेक महिंद्रा, टाटा स्टील, एसबीआई और मारुति के शेयर भी लाभ में रहे। दूसरी तरफ सिर्फ चार शेयर नुकसान में रहे जिनमें इंडसइंड बैंक, टीसीएस, टाइटन और एशियन पेंट्स शामिल हैं। एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की एवं हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त के साथ बंद हुए। यूरोप के अधिकांश बाजार करीब 1.5 प्रतिशत बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड की कीमतें 0.25 प्रतिशत घटकर 87.93 डॉलर प्रति बैरल पर आ गईं। सोमवार को विदेशी निवेशक (एफआईआई) शुद्ध बिकवाल रहे और उन्होंने 997.76 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की बिकवाली की।
विदेशी निवेशकों ने बिकवाली कम की
विजयकुमार ने कहा कि भले ही विदेशी निवेशक भारत में बिकवाली जारी रखे हुए हैं, लेकिन बिकवाली की तीव्रता कम हो रही है। ज्यादा महत्वपूर्ण बात ये है कि डीआईआई अपनी खरीददारी बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बैंकिंग, ऑटोमोबाइल, आईटी, पूंजीगत सामान और रियल एस्टेट/निर्माण क्षेत्र के शेयरों में छोटी मात्रा में कैलिब्रेटेड खरीदारी लंबी अवधि के निवेशकों के लिए एक अच्छी रणनीति होगी। उन्होंने कहा, निफ्टी 19,900 पर वापस आने की उम्मीद है। आर्थिक मोर्चे पर कुछ सकारात्मक घटनाक्रम देखने को मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि डॉलर इंडेक्स में 105.95 की गिरावट और अमेरिकी 10-वर्षीय बॉन्ड यील्ड 4.88 के हालिया उच्च स्तर से गिरकर 4.65 पर आना इक्विटी बाजारों के लिए सकारात्मक संदेश है।