एक और कंपनी के IPO ने निवेशकों को कराया भारी नुकसान, पहले दिन आईपीओ प्राइस से 9% गिरकर शेयर हुआ बंद
एनएसई पर एवलॉन टेक्नोलॉजीज के शेयर निर्गम मूल्य 436 रुपये पर सूचीबद्ध हुए थे। कारोबार के अंत में शेयर 9.17 प्रतिशत गिरकर 396 रुपये पर बंद हुए।
आईपीओ में निवेश कर बंपर कमाई की सोच रखने वालों निवेशकों के लिए सोचने का वक्त है। ऐसा इसलिए कि आज एक फिर एक आईपीओ ने अपने इश्यू प्राइस के कम भाव पर बाजार में लिस्ट हुआ। हम बात कर रहे हैं इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण संबंधी सेवाएं मुहैया कराने वाली कंपनी एवलॉन टेक्नोलॉजीज की। कंपनी के शेयर 436 रुपये के निर्गम मूल्य के मुकाबले पहले दिन नौ प्रतिशत गिरकर बंद हुए। इससे पहले कंपनी के शेयर बीएसई पर निर्गम मूल्य के मुकाबले 1.14 प्रतिशत गिरकर 431 रुपये पर सूचीबद्ध हुए थे। कारोबार के अंत में शेयर 8.84 प्रतिशत गिरकर 397.45 रुपये पर बंद हुए।
415-436 रुपये प्रति शेयर तय किया था मूल्य दायरा
एनएसई पर एवलॉन टेक्नोलॉजीज के शेयर निर्गम मूल्य 436 रुपये पर सूचीबद्ध हुए थे। कारोबार के अंत में शेयर 9.17 प्रतिशत गिरकर 396 रुपये पर बंद हुए। कंपनी के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को 2.21 गुना अभिदान मिला था। कंपनी के 865 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 415-436 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था।
2.21 गुना अभिदान मिला था
एवलॉन टेक्नोलॉजीज के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को 2.21 गुना अभिदान मिला था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, कंपनी को आईपीओ के तहत 1.14 करोड़ शेयरों की पेशकश पर 2.53 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां मिलीं। पात्र-संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) के हिस्से को 3.57 गुना अभिदान मिला, जबकि खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (आरआईआई) की श्रेणी में 84 प्रतिशत अभिदान मिला। वहीं गैर-संस्थागत निवेशकों के हिस्से को 41 प्रतिशत अभिदान मिला था। कंपनी के 865 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 415-436 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। इससे पहले एवलॉन टेक्नोलॉजीज ने शुक्रवार को एंकर निवेशकों से 389 करोड़ रुपये जुटाए थे। कंपनी के शेयर 18 अप्रैल को बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध होंगे। भाषा रिया प्रेम प्रेम 0604 2101 दिल्ली नननन
तीन से छह अप्रैल को खुला था आईपीओ
कंपनी का आईपीओ तीन अप्रैल से छह अप्रैल तक खुला था। सार्वजनिक निर्गम के तहत कंपनी 320 करोड़ रुपये के नये शेयर जारी की थी, जबकि प्रवर्तकों एवं मौजूदा शेयरधारकों के पास मौजूद शेयरों की खुली बिक्री से 545 करोड़ रुपये जुटाने की योजना थी। वर्ष 1999 में स्थापित एवलॉन अन्य कंपनियों को इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण सेवाएं देने का काम करती है। अमेरिका और भारत में इसके 12 कारखाने हैं।