शीत यु्द्ध के डर से कांप उठा भारतीय शेयर बाजार, कई देशों की जीडीपी के बराबर एक ही दिन में डूब गई निवेशकों की कमाई
Share Market: कल भारतीय शेयर बाजार के इतिहास का काला दिन था। इतने शेयर बिकवाली हुए कि निवेशकों के लाखों करोड़ डूब गए। आए समझते हैं कि कल के मार्केट का आज क्या असर रहने वाला है।
Share Market Downfall: कल भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में सबसे खराब दिन रहा। इस साल की अब तक की सबसे भारी गिरावट के साथ कल शेयर बंद हुए। बीएसई का सेंसेक्स 927.74 अंक और एनएसई का निफ्टी 272.40 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ। कल एक ही दिन में निवेशकों के 3.78 लाख करोड़ रुपये डूब गए। यह इस साल के एक दिन में हुए नुकसान का सबसे अधिक आंकड़ा है। रिलायंस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख मितुल शाह ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बयानों और युद्ध बढ़ने के खतरे के बाद बाजारों ने प्रतिकूल प्रतिक्रिया व्यक्त की है। अडानी समूह के शेयरों में संकट और बढ़ गया, क्योंकि सभी 10 शेयरों में बिकवाली का दबाव था। 25 जनवरी को हिंडनबर्ग रिपोर्ट जारी होने के बाद से अडानी समूह के शेयरों ने अपने मूल्य का 60 प्रतिशत हिस्सा खो दिया है। विश्व स्तर पर भू-राजनीतिक अस्थिरता बनी हुई है, क्योंकि रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने जोर देकर कहा कि यूक्रेन के खिलाफ उनका युद्ध जल्द खत्म नहीं होगा। रूस ने अमेरिका के साथ अपनी परमाणु संधि भी रद्द कर दी है।
गिरावट का सिलसिला लगातार है जारी
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिटेल रिसर्च के उप प्रमुख देवर्श वकील ने कहा कि निफ्टी 1.53 प्रतिशत गिरकर 17,554 अंक पर बंद हुआ, जो 21 अक्टूबर 2022 के बाद सबसे निचला स्तर है। वकील ने कहा कि निफ्टी ने कमजोर वैश्विक संकेतों के कारण लगातार चौथे दिन दक्षिण की ओर यात्रा जारी रखी और बुधवार को 1.5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ 17,554 पर बंद हुआ, जो 21 अक्टूबर, 2022 के बाद का सबसे निचला स्तर है। बैंकनिफ्टी लगातार पांचवें सत्र में गिरावट के साथ 39,996 अंक पर बंद हुआ। सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। निफ्टी मेटल, मीडिया और पीएसयू बैंकों में सबसे ज्यादा गिरावट रही। बता दें, कल बीएसई में सेंसेक्स 60,391.86 अंक पर खुला और 60,462.90 के ऊपरी और 59,681.55 के निचले स्तर को छूकर 59,774.98 अंक पर बंद हुआ।
अमेरिका से आई खबर ने मचाया हड़कंप
आपको बता दें कि अमेरिका में महंगाई में तेजी को देखते हुए अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में एक बार फिर से बड़ी बढ़ोतरी की संभावना जताई है। गोल्डमैन सैक्स के अनुसार, अमेरिकी केंद्रीय बैंक इस बार भी ब्याज दरों को 75 बेसिस प्वाइंट तक बढ़ा सकता है। इसका असर मंगलवार को अमेरिकी बाजार पर देखने को मिला। डाउ जोन्स 697.1 अंक या 2.06 फीसदी फिसलकर 33,129.59 के लेवल पर बंद हुआ। एसएंडपी 500 इंडेक्स 81.75 अंक या 2 फीसदी टूटकर 3,997.34 के लेवल पर, जबकि नैस्डैक 294.97 अंक या 2.5 फीसदी की कमजोरी के साथ 11,492.30 के लेवल पर बंद हुआ।
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