मोदी 3.0 में कैसी रहेगी शेयर बाजार की चाल? सोमवार को जारी रहेगी तेजी या आएगी गिरावट
स्वास्तिक इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा कि लोकसभा चुनाव और आरबीआई नीति समीक्षा के नतीजे आ चुके हैं। अब निवेशकों का ध्यान वैश्विक कारकों पर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तीसरी बार प्रधानमंत्री का शपथ लेंगे। इसके साथ ही मोदी 3.0 की शुरुआत हो जाएगी। बाजार मोदी सरकार को लेकर काफी उत्साहित है। ऐसे में क्या सोमवार को भी पिछले दिनों जैसा शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिलेगी या मुनाफावसूली लौटेगी। मार्केट एक्सपर्ट का मानना है कि चुनाव से जुड़ी अस्थिरता खत्म हो गई है और अगर 23,000 का स्तर नहीं टूटा तो निफ्टी 50 अब 23,400-23,500 के स्तर की ओर बढ़ सकता है। वहीं, अगर मुनाफावसूली लौटी तो एक बार फिर 22,800 का लेवल देखने को मिलेगा।
ग्लोबल घटनाक्रम पर बाजार की नजर
अमेरिका में फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर फैसले, घरेलू मुद्रास्फीति के आंकड़े और वैश्विक रुझान इस सप्ताह शेयर बाजार की चाल तय करेंगे। विश्लेषकों ने यह राय जाहिर की। पिछले सप्ताह आम चुनाव के नतीजों और आरबीआई नीति समीक्षा के बीच बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। बाजार मजबूत लाभ के साथ बंद हुए, लेकिन उससे पहले भारी गिरावट भी हुई। बीते सप्ताह में, बीएसई सेंसेक्स 2,732.05 अंक या 3.69 प्रतिशत बढ़ा, जबकि निफ्टी 759.45 अंक या 3.37 प्रतिशत चढ़ा। शुक्रवार को दिन के कारोबार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 1,720.8 अंक या 2.29 प्रतिशत उछलकर 76,795.31 के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। सेंसेक्स 1,618.85 अंक या 2.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 76,693.36 के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व का आएगा फैसला
स्वास्तिक इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा कि लोकसभा चुनाव और आरबीआई नीति समीक्षा के नतीजे आ चुके हैं। अब निवेशकों का ध्यान वैश्विक कारकों पर है। उन्होंने कहा कि इस सप्ताह अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर फैसले, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल, कच्चे तेल और जिंस की कीमतों से बाजार की चाल तय होगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) के निवेश पर भी कड़ी नजर रखी जाएगी।
ये आंकड़े करेंगे बाजार को प्रभावित
मास्टर कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंदर सिंह नंदा ने कहा कि बाजार का परिदृश्य प्रमुख घरेलू और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों से तय होगा। उन्होंने कहा कि भारत में डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति, चीन में सीपीआई मुद्रास्फीति, ब्रिटेन में जीडीपी के आंकड़े, अमेरिका में सीपीआई के आंकड़े और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर फैसले से बाजार की आगामी दिशा तय होगी। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि आने वाले दिनों में बाजार में अस्थिरता कम होने की संभावना है।