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Hindi News पैसा बाजार दिल्ली-NCR, मुंबई की प्रॉपर्टी में निवेश पर पैसा नहीं बनेगा, बंपर रिटर्न चाहिए तो इन शहरों का करें रुख

दिल्ली-NCR, मुंबई की प्रॉपर्टी में निवेश पर पैसा नहीं बनेगा, बंपर रिटर्न चाहिए तो इन शहरों का करें रुख

भारत जैसे-जैसे दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है, शहर देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। अनुमान है कि 2050 तक, मौजूदा आठ मेगा-सिटी के अलावा, लगभग 100 भारतीय शहरों की आबादी दस लाख से अधिक होगी।

Patna - India TV Paisa Image Source : FILE पटना

प्रॉपर्टी में निवेश करने वालों की पहली पसंद दिल्ली-NCR, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु और गोवा के प्रॉपर्टी मार्केट होते हैं। इसकी वजह यह है कि इन शहरों में प्रॉपर्टी की जबरदस्त मांग है, जिसके चलते कीमत तेजी से बढ़ी है। हालांकि, अब इन शहरों में प्रॉपर्टी की कीमत रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गई है। अगर नोएडा, गुरुग्राम, ग्रेटर नोएडा, मुंबई मेट्रो रीजन और बेंगलुरु की बात करें तो बीते तीन सालों में फ्लैट की कीमत डबल हो गई है। रियल्टी जानकारों का कहना है कि आने वाले समय शहरों में प्रॉपर्टी की कीमत में तेज वृद्धि की संभावना नहीं है। ऐस में अगर आपको प्रॉपर्टी में निवेश करना है तो नए रियल्टी पॉकेट की ओर रुख करना बेहतर होगा। हम आपको बता रहे हैं कि किन शहरों में आपको प्रॉपर्टी में निवेश करना चाहिए, जहां से बंपर रिटर्न मिलने की उम्मीद है। 

ये 17 शहर बनेंगे नए रियल्टी हब

भारत जैसे-जैसे दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है, शहर देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। अनुमान है कि 2050 तक, मौजूदा आठ मेगा-सिटी के अलावा, लगभग 100 भारतीय शहरों की आबादी दस लाख से अधिक होगी। इन्ही शहरों में कुछ ऐसे शहर उभरकर सामने आए हैं जो नए प्रॉपर्टी हब के रूप में उभरेंगे। कोलियर्स इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर में अमृतसर, अयोध्या, जयपुर, कानपुर, लखनऊ और वाराणसी, पूर्व में पटना और पुरी, पश्चिम में द्वारका, नागपुर, शिरडी, सूरत, और दक्षिण में कोयंबटूर, कोच्चि, तिरुपति, विशाखापत्तनम और इंदौर नए रियल्टी हब बनेंगे। इन शहरों की प्रॉपर्टी में निवेश पर निवेशकों को बंपर रिटर्न मिलेगा। 

इस कारण बढ़ेगी प्रॉपर्टी की डिमांड

कोलियर्स इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, ऑफिस स्पेस, वेयर हाउस, पर्यटन, रेजिडेंशियल जैसी प्रॉपर्टी की मांग इन शहरों में तेजी से होने की उम्मीद है और ये भारत की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास भारत भर में रियल एस्टेट विकास के लिए एक महत्वपूर्ण ड्राइवर बना हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन (एनआईपी) और पीएम गतिशक्ति जैसी पहलों से प्रेरित बेहतर कनेक्टिविटी और मैन्युफैक्चरिंग डेवलपमेंट में वृद्धि से टियर I शहरों से आगे विकास का विस्तार होने का अनुमान है, जिससे विशेष रूप से वेयरहाउसिंग और रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी को  बढ़ावा मिलेगा। 

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