A
Hindi News पैसा बाजार HMPV वायरस की भारत में एंट्री, शेयर बाजार में मचा कोहराम- महाविनाश के 5 सबसे बड़े कारण

HMPV वायरस की भारत में एंट्री, शेयर बाजार में मचा कोहराम- महाविनाश के 5 सबसे बड़े कारण

शेयर बाजार में आज के इस महाविनाश की पहली और सबसे बड़ी वजह चीनी वायरस HMPV है। सोमवार को भारत में इस वायरस के 3 मामलों की पुष्टि भी हो चुकी है। शुरुआती दो मामले कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू से आए जबकि तीसरा केस गुजरात के अहमदाबाद से सामने आया है।

hmpv, hmpv virus, china, covid-19, coronavirus, nifty 50, nifty, sensex, share market, stock market- India TV Paisa Image Source : FILE भारत में चीनी वायरस HMPV के 3 मामलों की पुष्टि

Indian Share Market: सोमवार को हफ्ते के पहले ही दिन भारतीय शेयर बाजार में कोहराम मच गया। हरे निशान में खुला स्टॉक मार्केट लाल निशान के दलदल में पहुंचते ही नीचे की ओर धंसता चला गया। दोपहर 02.40 बजे तक बीएसई सेंसेक्स 1399.86 अंकों (1.77%) की गिरावट के साथ 77,823.25 अंकों पर और एनएसई निफ्टी 437.00 अंकों (1.82%) की गिरावट के साथ 23,567.75 अंकों पर कारोबार कर रहे थे। बताते चलें कि आज भारत में चीनी वायरस HMPV के 3 मामलों की पुष्टि होने के बाद से गिरावट से विकराल रूप धारण कर लिया। हालांकि, चीनी वायरस के अलावा और भी कई कारण हैं, जिन्होंने इस गिरावट को रफ्तार दी।

भारत में चीनी वायरस HMPV के 3 मामलों की पुष्टि

शेयर बाजार में आज के इस महाविनाश की पहली और सबसे बड़ी वजह चीनी वायरस HMPV है। सोमवार को भारत में इस वायरस के 3 मामलों की पुष्टि भी हो चुकी है। शुरुआती दो मामले कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू से आए जबकि तीसरा केस गुजरात के अहमदाबाद से सामने आया है। तीनों ही मामलों में बच्चे संक्रमित पाए गए हैं। बेंगलुरू में एक 3 महीने के बच्चे में वायरस पाया गया था, जिसे अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। जबकि, 8 महीने के एक बच्चे का इलाज चल रहा है। अहमदाबाद में संक्रमित पाया गया बच्चा भी खतरे से बाहर है।

FII द्वारा की जा रही भारी बिकवाली भी महाविनाश का एक बड़ा कारण

FII द्वारा की जा रही भारी बिकवाली भी इस महाविनाश का एक बड़ा कारण है। विदेशी संस्थागत निवेशक लगातार भारतीय शेयरों को बेचकर पैसा निकाल रहे हैं। ये निवेशक बड़ी मात्रा में शेयर बेचते हैं, जिसका सीधा और बड़ा प्रभाव देखने को मिल रहा है। HMPV की भारत में एंट्री की पुष्टि होते ही विदेशी निवेशकों में दहशत देखने को मिल रही है। इनके अलावा, कच्चे तेल की कीमतों में ताजा उछाल, रुपये में जारी लगातार गिरावट और ग्लोबल मार्केट में हो रही बिकवाली ने भी इस गिरावट को रफ्तार देने का काम किया है।

Latest Business News