नयी दिल्ली। देश की सबसे बड़ी आवास वित्त कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड का देश के निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक में विलय होगा। एचडीएफसी बैंक ने सोमवार को शेयर बाजार को बताया कि विलय की योजना भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और भारतीय प्रतिभूति तथा विनिमय बोर्ड (सेबी) सहित विभिन्न नियामक मंजूरियों के अधीन है।
विलय की घोषणा के बाद सोमवार को शेयर बाजार खुलते ही एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी के शेयरों में जोरदार उछाल आ गया। जिसके चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान 1,100 अंक से अधिक चढ़ गया। शुरुआती कारोबार में एचडीएफसी का शेयर 8.37 फीसदी की तेजी के साथ 2,656.10 रुपये पर पहुंच गया, जबकि एचडीएफसी बैंक का शेयर करीब आठ फीसदी चढ़कर 1,623.65 रुपये पर था।
क्या है सौदे की प्रमुख बातें
प्रस्तावित सौदे के तहत एचडीएफसी लिमिटेड के प्रत्येक 25 इक्विटी शेयरों के लिए एचडीएफसी बैंक के 42 इक्विटी शेयर मिलेंगे। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया, ‘‘ऑडिट समिति और स्वतंत्र निदेशकों की समिति की सिफारिश और रिपोर्ट पर विचार करने के बाद, एचडीएफसी बैंक के निदेशक मंडल ने चार अप्रैल, 2022 को हुई अपनी बैठक में एचडीएफसी इंवेस्टमेंट्स और एचडीएफसी होल्डिंग्स के हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचडीएफसी लिमिटेड) में, और एचडीएफसी लिमिटेड के एचडीएफसी बैंक में विलय की एक समग्र योजना को मंजूरी दी।’’
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