मुंबई। विदेशी कोषों ने घरेलू शेयर बाजार में वित्त वर्ष 2020-21 में 23 अरब डॉलर के रिकॉर्ड अतिरिक्त निवेश के बाद वित्त वर्ष 2021-22 में रिकॉर्ड बिकवाली की, जिससे एनएसई-500 में उनकी हिस्सेदारी घटकर 19.9 प्रतिशत या 582 अरब डॉलर रह गई। विदेशी कोषों की एनएसई-500 में अधिकतम हिस्सेदारी 21.4 प्रतिशत रही है।
ब्रोकरेज फर्म बैंक ऑफ अमेरिका सिक्योरिटीज इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में इस सप्ताह की शुरुआत तक कुल एफपीआई बाह्य प्रवाह रिकॉर्ड 14.6 अरब डॉलर रहा। इसमें से सिर्फ मार्च में 5.4 अरब अमेरिकी डॉलर की निकासी हुई, जबकि फरवरी में 4.7 अरब डॉलर की निकासी देखी गई थी।
ब्रोकरेज फर्म ने बताया कि 15 मार्च, 2022 तक एफपीआई हिस्सेदारी का मूल्य 582 अरब डॉलर था। यह निवेश मुख्य रूप से आईटी, ऊर्जा और स्वास्थ्य सेवा में रहा। इस दौरान वित्तीय क्षेत्र में किए गए निवेश में कमी हुई।
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