फर्जी डीमैट ऐप के जाल में फंसे तो लुट जाएगी सारी कमाई, इस तरह बनाया जा रहा शिकार, जानें कैसे बचें
शुरुआत में निवेशकों को इस फर्जी डीमैट ऐप में खरीद-बिक्री और मुनाफा भी दिखाया जाता है। लेकिन जब निवेशक मोटी रकम डाल देता है या लगातार निवेश करता रहता है तो एक दिन वह अकाउंट बंद हो जाता है और उसका पूरा निवेश खत्म हो जाता है।
शेयरों से कम समय में मोटी कमाई का चस्का बहुत सारे निवेशकों को बड़ा नुकसान करा रहा है। निवेशकों को मोटी कमाई का लालच देकर साइबर फ्रॉड लाखों रुपये का चूना लगा रहे हैं। बताते चले कि साइबर फ्रॉड इन दिनों फर्जी डीमैट अकाउंट बनाकर भोलेभाले निवेशकों को अपना शिकार बना रहे हैं। देश में बहुत सारे निवेशकों को अब तक फर्जी डीमैट ऐप के जरिये लाखों का नुकसान हो चुका है। आइए जातने हैं कि आखिर यह फर्जीवाड़ा हो कैसे रहे है और इससे कैसे बच सकते हैं।
इस तरह निवेशकों को फंसा रहे हैं फ्रॉड
कोरोना महामारी के बाद से छोटे निवेशकों के बीच स्टॉक को लेकर बड़ा क्रेज है। इसके चलते डीमैट खातों की संख्या 16 करोड़ के पार निकल गई है। नए डीमैट खाते खुल रहे हैं। इस अंधी दौड़ का फायदा उठकर साइबर फ्रॉड नए-नए निवेशकों को टारगेट कर रहे हैं। वह कॉल, व्हाट्सएप्प और टेलीग्राम के जरिये निवेशकों से संपर्क कर रहे हैं। बातचीत कर भोलेभाले निवेशकों को रातोंरात करोड़पति बनने का सपना दिखाते हैं।
फिर व्हाट्सएप्प या टेलीग्राम के जरिये एक लिंब भेजकर फर्जी डीमैट अकाउंट ऐप मोबाइल पर डाउनलोड करने को कहते हैं। जब निवेशक भेजे लिंक से वह फर्जी डीमैट अकाउंट ऐप डाउनलोड कर लेता है तो उसमें अमाउंट डालकर इन्वेस्टमेंट शुरू करने को कहते हैं। शुरुआत में निवेशकों को इस फर्जी डीमैट ऐप में खरीद-बिक्री और मुनाफा भी दिखाया जाता है। लेकिन जब निवेशक मोटी रकम डाल देता है या लगातार निवेश करता रहता है तो एक दिन वह अकाउंट बंद हो जाता है और उसका पूरा निवेश खत्म हो जाता है।
मार्केट डेटा का हो रहा इस्तेमाल
फर्जी डीमैट अकाउंट को सही दिखाने के लिए साइबर फ्रॉड मार्केट डेटा का इस्तेमाल उस ऐप में कर रहे हैं। यानी बाजार खुलने पर जिन शेयरों में तेजी या गिरावट है, उसमें दिखाई देता है। ऐसा होने से नए निवेशकों को विश्वास हो जाता है कि यह ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म सही है लेकिन वास्तव में होता नहीं। डीमैट की तरह फर्जी खाते और रियल टाइम मार्केट डाटा दिखाकर मोटा रिटर्न दिखाया जाता है। निवेशक लालच में फंसकर निवेश करता जाता है। जब रकम अच्छी खासी हो जाती है तो एक्जिट करने से रोक दिया जाता है। निवेशकों को लगता है कि उनके खाते में शेयर है, जिसने मोटा रिटर्न दिया है, लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं होता है। बाद में साइबर फ्रॉड कॉल उठाना भी बंद कर देते हैं। इस तरह निवेशकों का लाखों रुपया डूब जाता है।
किस तरह से इस तरह के फ्रॉड से बचें
- व्हाट्सएप ग्रुप से सावधान रहें: ठग आपको गुमराह करने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप का इस्तेमाल करते हैं, ताकि आपको लगे कि इक्विटी मार्केट के मामले में वह माहिर है। उनका काम करने का तरीका सरल है: वे अपने कई साथियों के साथ एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाते हैं और आपको उसका हिस्सा बना देते हैं। कुछ भोले-भाले निवेशक भी हो सकते हैं, जिन्हें धोखे से ग्रुप में शामिल किया गया होगा। इस तरह के ग्रुप से बचें।
- 'अभी, अभी, निवेश न करें': अगर कोई फोन कर कहता है कि अभी निवेश करें, नहीं तो यह मौका छूट जाएगा। आप सावधान हो जाएं। निवेश में मौका हमेशा मिलता है।
- ऐप की प्रामाणिक पहले चेक करें: ऐप डाउनलोड करने से पहले उसकी प्रामाणिक चेक करें। ऐसा कर आप फर्जी ऐप को डाउनलोड करने से बच सकते हैं। ऐप का रिव्यू जरूर पढ़ें। न्यूज सेगमेंट में जाकर उस ऐप के बारे में सर्च करें।
- उच्च रिटर्न की गारंटी नहीं: अगर कोई कहता है कि आपके पैसे को एक महीने में डबल कर देंगे तो चौकन्ना हो जाएं। यह किसी के बस में नहीं। इसलिए कभी भी उच्च रिटर्न के लालच में न फंसे।