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Hindi News पैसा बाजार Diwali 2023: स्टॉक मार्केट में दिवाली के दिन मुहूर्त ट्रेडिंग का क्या है महत्व, जानें आज कब बना सकेंगे पैसे से पैसा

Diwali 2023: स्टॉक मार्केट में दिवाली के दिन मुहूर्त ट्रेडिंग का क्या है महत्व, जानें आज कब बना सकेंगे पैसे से पैसा

निवेशक आमतौर पर अपना इंट्राडे मुनाफा बुक करते हैं, चाहे वह कितना भी छोटा क्यों न हो।

दिवाली के दिन मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान बीएसई और एनएसई एक घंटे के लिए खुले रहते हैं।- India TV Paisa Image Source : INDIA TV दिवाली के दिन मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान बीएसई और एनएसई एक घंटे के लिए खुले रहते हैं।

सप्ताह में दिन कोई भी हो दिवाली के दिन भारतीय शेयर मार्केट (share Market) बंद रहता है, लेकिन शाम को एक घंटे का एक बेहद खास कारोबार होता है जिसे मुहूर्त ट्रेडिंग (muhurat trading) के नाम से जाना जाता है। यहां 'मुहूर्त' शब्द का अर्थ है शुभ समय। दिवाली में कुछ नया शुरू करना काफी शुभ माना जाता है। यूं कह लीजिए कि निवेशक यह मानते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग साल की दिशा तय करती है। निवेशकों में यह विश्वास है कि इस शुभ समय में ट्रेडिंग से समृद्धि आती है। दिवाली के दिन मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान बीएसई और एनएसई एक घंटे के लिए खुले रहते हैं।

आज दिवाली के दिन कब है मुहूर्त ट्रेडिंग

दिवाली के दिन आज (Diwali 2023) यानी 12 नवंबर 2023 को भारतीय शेयर बाजार (share Market) शाम 6:00 बजे से शाम 7:15 बजे के बीच मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के लिए खुले रहेंगे। हिंदू कैलेंडर के मुताबिक, दिवाली एक नए साल (संवत) की शुरुआत का प्रतीक है और यह सत्र आने वाले साल के लिए दिशा तय करता है। मुहूर्त ट्रेडिंग (muhurat trading) सत्र संवत 2080 की शुरुआत और संवत 2079 के अंत का प्रतीक होगा।

क्या है इसका इतिहास

दिवाली (Diwali) के दिन  शेयर मार्केट में मुहूर्त ट्रेडिंग (muhurat trading) की यह प्रथा आधे दशक से ज्यादा पुरानी है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई (BSE) ने मुहूर्त ट्रेडिंग की शुरुआत साल 1957 में की थी, जब ऑनलाइन ट्रेडिंग को लेकर किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई (NSE) ने इसकी शुरुआत साल 1992 में की। लाइवमिंट की खबर के मुताबिक,ब्रोकिंग कम्यूनिटी खासतौर से दिवाली के दिन 'चोपड़ा पूजन' पूरा करता है और बही-खातों की पूजा करता है। मुहूर्त ट्रेडिंग (muhurat trading) को लेकर कई दूसरी मान्यताएं भी हैं। गुजराती व्यापारी और निवेशक मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान शेयर खरीदते हैं।

ऑर्डर दिए स्टॉक कभी बेचते नहीं

ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू होने से पहले, व्यापारी त्योहारी पोशाक पहनकर बीएसई फ्लोर पर इकट्ठा होते थे और उन शेयरों के लिए ऑर्डर देते थे जिन्हें वे कम से कम अगले 1 साल के लिए रखना चाहते थे।  माना यह भी जाता है कि निवेशक टोकन ऑर्डर देते हैं और अपने बच्चों के लिए स्टॉक खरीदते हैं। इन्हें लंबी अवधि के लिए रखा जाता है और कभी बेचा नहीं जाता। व्यापारी आमतौर पर अपना इंट्राडे मुनाफा बुक करते हैं, चाहे वह कितना भी छोटा क्यों न हो।

जानकारों के मुताबिक, निवेशकों को मुहूर्त ट्रेडिंग (muhurat trading)के दिन बहुत गंभीर वित्तीय फैसला नहीं लेना चाहिए। कई लोग अगले साल बेहतर होने के लिए टोकन या प्रतीकात्मक खरीदारी के रूप में कुछ स्टॉक खरीदते हैं। इसे नए साल की शुरुआत में पोर्टफोलियो को रीबैलेंस करने या समीक्षा करने के समय के रूप में भी देखा जा सकता है।

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