घरेलू शेयर बाजार में बुधवार को मामूली तेजी रही। दोनों इंडेक्स बढ़त के साथ बंद हुए। घरेलू और अमेरिकी मुद्रास्फीति डेटा जारी होने से केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दर में कटौती में देरी की संभावना को लेकर चिंताएं फिर से पैदा हो गईं। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई का बेंचमार्क सेंसेक्स बुधवार को 33.57 अंक की मजबूती के साथ 69584.60 के लेवल पर बंद हुआ। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी कारोबार के आखिर में 33.57 अंक की मजबूती के साथ 20926.35 के लेवल पर बंद हुआ। मनी कंट्रोल की खबर के मुताबिक, कारोबार के दौरान बुधवार को पीएसई, रियल्टी, फार्मा शेयरों में जमकर खरीदारी की। इसके अलावा, ऑटो, मेटल, इनर्जी, एफएमसीजी इंडेक्स बढ़त के साथ बंद हुए। मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स में आज अच्छी खरीदारी देखने को मिली।
एशियाई मार्केट में कैसा रहा ट्रेंड
एशियाई स्टॉक्स में मिला-जुला रुख देखने को मिला। ऐसा इसलिए क्योंकि व्यापारी फेडरल रिजर्व के साल के आखिरी नीतिगत फैसले और इस संकेत का इंतजार कर रहे थे कि केंद्रीय बैंक अगले साल दरों में कटौती करेगा या नहीं। रिपोर्ट के मुताबिक, MSCI का जापान के बाहर एशिया-प्रशांत शेयरों का सबसे बड़ा इंडेक्स 0.7 प्रतिशत गिर गया। इसी तरह, यूरोस्टॉक्स 50 वायदा 0.02 प्रतिशत फिसल गया। एसएंडपी 500 वायदा 0.1 प्रतिशत बढ़ा, जबकि नैस्डैक वायदा 0.17 प्रतिशत तेज रहा।
मुद्रास्फीति के आंकड़े
भारत की नवंबर में खुदरा मुद्रास्फीति तीन महीने में सबसे तेज बढ़ोतरी के साथ 5.55 प्रतिशत पर पहुंच गई। यह अक्टूबर में 4.87 प्रतिशत और सितंबर में 5.02 प्रतिशत थी। बता दें, यह लेटेस्ट आंकड़ा आरबीआई के 4 प्रतिशत के टारगेट से ज्यादा है, हालांकि फिर भी लगातार तीसरे महीने इसकी सहनशीलता सीमा 2-6 प्रतिशत के दायरे में है। इसके अलावा, अक्टूबर में भारत का औद्योगिक उत्पादन 16 महीने के टॉप लेवल 11.7 प्रतिशत पर पहुंच गया। इस दौरान खनन, मैनुफैक्चरिंग और बिजली क्षेत्रों ने अच्छा परफॉर्म किया।
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