शेयर मार्केट के लिए छप्पर फाड़ शुक्रवार: सेंसेक्स 900 अंक उछला, निवेशकों को हुई 3 लाख करोड़ की कमाई
सेंसेक्स ने 899.62 अंकों की छलांग लगाई और 59,808.97 अंक पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी-50 में भी 272.45 अंकों की तेजी रही।
शेयर बाजार (Stock Market) निवेशकों के लिए शुक्रवार छप्पर फाड़ साबित हुआ है। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्स ने 899.62 अंकों की छलांग लगाई और 59,808.97 अंक पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी-50 में भी 272.45 अंकों की तेजी रही। बाजार बंद होने पर एनएसई निफ्टी 272.45 अंकों की मजबूत के साथ 17,594.35 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय सेंसेक्स में 1050 अंक से अधिक तेजी देखने को मिली। अडाणी ग्रुप की कंपनियों में शानदार तेजी लौटने से बाजार को सपोर्ट मिला। अडाणी ग्रुप द्वारा वैश्विक इक्विटी निवेश कंपनी जीक्यूजी पार्टनर्स से 15,446 करोड़ रुपये जुटाने की खबर का असर आज बैंकिंग स्टॉक पर भी दिखाई दिया। बैंकिंग इंडेक्स में करीब 2 फीसदी की तेजी रही है। आज के कारोबार में अडाणी ग्रुप की सभी 10 कंपनियों के स्टॉक में अच्छी तेजी देखने को मिली। कई स्टॉक अपर सर्किट पर बंद हुए। शेयर बाजार में शानदर तेजी लौटने से निवेशकों की संपत्ति में करीब 3 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ। दरअसल, जब 2 मार्च यानी गुरुवार को शेयर बाजार बंद हुआ था तो बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण करीब 2.6 लाख करोड़ रुपये था जो आज बढ़कर 2.63 लाख करोड़ से अधिक पहुंच गया। इससे निवेशकों की संपत्ति एक दिन में 3 लाख करोड़ रुपये बढ़ गई।
आज पूरे दिन ऐसी रही निफ्टी की चाल
निफ्टी में शामिल ये 5 स्टॉक रहें टॉप गेनर और लूजर
इन कंपनियों के शेयरों में रही तेजी
सेंसेक्स में भारतीय स्टेट बैंक, भारती एयरटेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी, टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक, टाटा मोटर्स, एचडीएफसी और टाइटन बढ़ने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे। दूसरी ओर टेक महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, नेस्ले और एशियन पेंट्स में गिरावट रही। अन्य एशियाई बाजारों में जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में बंद हुए। अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को बढ़त के साथ बंद हुए। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से 12,770.81 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
इस कारण लौटी बाजार में तेजी
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ''मुद्रास्फीति के बारे में चिंता करने की तुलना में आज बाजार के पास खुश होने के अधिक कारण थे। अडाणी के शेयरों में विदेशी निवेश की रिपोर्ट के चलते पीएसयू बैंकों में तेजी आई। इससे कमजोर भावनाओं को दूर करने में मदद मिली। एफआईआई की लिवाली से इस धारणा को और बल मिला।'' गौरतलब है कि मुश्किल दौर से गुजर रहे अडाणी समूह ने अपनी चार सूचीबद्ध कंपनियों में कुछ हिस्सेदारी अमेरिकी संपत्ति प्रबंधक कंपनी जीक्यूजी पार्टनर्स को 15,446 करोड़ रुपये में बेची है। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.07 प्रतिशत घटकर 84.69 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था।