शेयर बाजार में चौथे दिन गिरावट पर लगा ब्रेक, सेंसेक्स-निफ्टी हरे निशान में हुए बंद, ITC 400 रुपये के पार बंद
आपको बता दें कि सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों और बैंकिंग शेयरों में लिवाली के चलते बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स, निफ्टी बढ़त के साथ खुले थे।
भारतीय शेयर बाजार में पिछले तीन दिन से जारी गिरावट पर आखिर चौथे दिन ब्रेक लग गया। बीएसई सेंसेक्स 64.55 अंक की तेजी के साथ 59,632.35 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी 5.70 अंक की मामूली तेजी के साथ 17,624.45 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल एशियन पेंट्स, टाटा मोटर्स, एसबीआई, एयरटेल, आईटीसी, विप्रो आदि के शेयरों में तेजी देखी गई। लंबे समय के बाद आईटीसी का शेयर 400 रुपये के भाव के पार बंद हुआ। आपको बता दें कि सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों और बैंकिंग शेयरों में लिवाली के चलते बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स, निफ्टी बढ़त के साथ खुले थे। इस दौरान तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 210.49 अंक बढ़कर 59,778. 29 अंक पर पहुंच गया था। एशियाई बाजारों में जापान और हांगकांग के बाजार लाभ में कारोबार कर रहे थे जबकि सियोल, शंघाई के बाजार नुकसान में थे। अमेरिकी बाजार बुधवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे।
इन कंपनियों के शेयरों में रही तेजी
सेंसेक्स की कंपनियों में एशियन पेंट्स, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, भारती एयरटेल, भारतीय स्टेट बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, विप्रो, टेक महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, आईटीसी, एचडीएफसी बैंक और मारुति प्रमुख रूप से लाभ में रहे। दूसरी तरफ नुकसान में रहने वाले शेयरों में हिंदुस्तान यूनिलीवर, इन्फोसिस, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फाइनेंस, नेस्ले, एक्सिस बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी शामिल हैं। एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त में, जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी तथा चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजार बुधवार को नुकसान में रहे थे।
बाजार उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहे
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘कंपनियों के चौथी तिमाही के वित्तीय परिणाम पर निवेशकों की नजर है। हालांकि, आईटी कंपनियों के अबतक जो वित्तीय परिणाम आये हैं, वे बाजार उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वैश्विक बाजार से भी घरेलू बाजार को समर्थन नहीं मिल रहा। इसका कारण यह है कि अमेरिका में एक बार और नीतिगत दर बढ़ाये जाने की आशंका है। वैश्विक स्तर पर सतर्क धारणा को देखते हुए विदेशी संस्थागत निवेशकों की सप्ताह के दौरान पूंजी बाजार से निकासी से बाजार रुख पर प्रतिकूल असर रहा।’’ इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.89 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81.55 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने बुधवार को 13.17 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे।