एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी द्वारा समर्थित एक गैर-बैंक लैंडिग कंपनी आईपीओ लाने जा रही है। अडानी की कंपनी अदानी कैपिटल आईपीओ के जरिए कम से कम 1,500 करोड़ रुपये (188 मिलियन डॉलर से अधिक) जुटाने की योजना बना रहा है। यह आईपीओ 2024 की शुरुआत में आ सकता है।
कंपनी के प्रबंध निदेशक और सीईओ गौरव गुप्ता के मुताबिक अदानी कैपिटल पहली बार शेयर बिक्री शैडो बैंक में लगभग 10 प्रतिशत हिस्सेदारी की पेशकश करेगी और लगभग 2 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन का लक्ष्य रखेगी। गुप्ता के अनुसार, किसी भी लिस्टेड कंपनी में पूंजी जुटाने की क्षमता अधिक होती है। अडानी कैपिटल किसानों और छोटे एवं मध्यम आकार के व्यवसायों को कर्ज प्रदान करती है।
भारत के सबसे बड़े समूह में से एक के साथ जुड़े होने के बावजूद देश के वित्त क्षेत्र में अभी अडानी कैपिटल काफी छोटी कंपनी है। अदानी कैपिटल तकनीक की मदद से 30,000 रुपये से 30 लाख रुपये तक के ऋण के लिए बाजार में अपना कब्जा बढ़ाना चाहता है।
गुप्ता ने कहा, हम एक फिनटेक कंपनी नहीं हैं, बल्कि एक क्रेडिट कंपनी हैं जो ग्राहकों को अधिक प्रभावी ढंग से हासिल करने या अंडरराइट करने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठा रही है।
नोमुरा होल्डिंग्स इंक. और रोथ्सचाइल्ड एंड कंपनी सहित विभिन्न फर्मों में दो दशकों के अनुभव के बाद गुप्ता 2016 में अदानी के साथ जुड़े, वे फिलहाल मैक्वेरी ग्रुप लिमिटेड के भारत निवेश बैंकिंग के प्रमुख के रूप में कार्यरत हैं।
163 मिलियन रुपये की शुद्ध आय
भारतीय टाइकून की वित्तीय इकाई ने 2017 में लॉन्च किया और अपनी 2020-2021 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 31 मार्च, 2021 को समाप्त वर्ष में लगभग 163 मिलियन रुपये की शुद्ध आय दर्ज की। कोरोनावायरस महामारी के दौरान देश में छाये संकट ने बैंकिंग संकट को बढ़ा दिया था। इस बीच कंपनी ने बेहतर परिणाम हासिल किए।
आठ राज्यों में 154 शाखाएं
गुप्ता ने कहा कि फर्म की आठ राज्यों में 154 शाखाएं हैं और करीब 60,000 कर्जदार हैं। उन्होंने कहा कि यह वर्तमान में लगभग 30 अरब रुपये के ऋण की देखभाल करता है, और ग्रॉस एनपीए लगभग 1 प्रतिशत पर आंका गया है। उन्होंने कहा, मेरी योजना हर साल लोन बुक को दोगुना करने की है।
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