पिछले एक साल में भारतीय शेयर बाजार (Share Market) ने बड़े ग्लोबल मार्केट्स की तुलना में शानदार परफॉर्म किया है। यही नहीं, पिछले एक दशक में भी घरेलू बाजार की परफॉर्मेंस दूसरे स्टॉक मार्केट्स की तुलना में बेहतर रही है। पिछले साल लार्ज कैप शेयरों ने 23 फीसदी और मिड कैप शेयरों ने 58 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया था। लेकिन अब कुछ ब्रोकरेज हाउसेज इस साल शेयर बाजार में करेक्शन (गिरावट) आने की बात कह रहे हैं। ब्रोकरेज हाउस Investec का मानना है कि साल 2024 में करेक्शन (10 फीसदी गिरावट) आने की संभावना उच्च है।
गिरावट आने की संभावना 90%
इन्वेस्टेक ने कहा, 'वास्तव में, इस साल शेयर मार्केट में गिरावट आने की संभावना 90 फीसदी के करीब है।' हालांकि, इन्वेस्टेक को मार्केट क्रैश होने यानी 25 फीसदी से अधिक की गिरावट की कोई उम्मीद नहीं है। क्योंकि वैल्यूएशन अभी इतनी ज्यादा भी अधिक भी नहीं है।
बाहरी चीजों का अब ज्यादा असर नहीं
ब्रोकरेज फर्म ने कहा, 'वैश्विक भू-राजनीतिक अनिश्चितताएं एक जोखिम है। लेकिन भारत आज पहले की तुलना में इनके प्रति कम संवेदनशील हैं। मैक्रो फ्रंट पर देखें, तो भारत लगातार जारी चालू खाता घाटे को कम करने में सफल होगा। इससे निवेश चक्र को बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि घरेलू बचत भी बढ़ेगी।'
भारतीय बाजार ने किया है शानदार परफॉर्म
पिछले एक दशक और पिछले एक वर्ष में भी भारतीय शेयर बाजार ने लगातार वैश्विक बाजारों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। ब्रोकरेज ने बताया कि पिछले दशक में, डॉलर टर्म्स में निफ्टी इंडेक्स 11.7 प्रतिशत बढ़ा है। इस अवधि में केवल अमेरिकी बाजार (12.6 प्रतिशत ऊपर) ने निफ्टी को बेहतर प्रदर्शन किया है। इसी तरह, पिछले एक वर्ष में निफ्टी इंडेक्स अमेरिकी बाजारों में 22.1 प्रतिशत की वृद्धि के मुकाबले 20.8 प्रतिशत बढ़ा है। इस दौरान अन्य सभी वैश्विक बाजारों ने भी भारतीय शेयर बाजार से कम परफॉर्म किया।
33 वर्षों में से 29 में आई 10% से अधिक गिरावट
Investec ने कहा, 'ब्रोकरेज ने बताया कि पिछले 33 वर्षों में से निफ्टी 29 वर्षों में (88% की संभावना के साथ) 10 प्रतिशत से अधिक गिरा है। हालांकि, 2000 के दशक में लगातार 20 प्रतिशत से अधिक की गिरावट अब दुर्लभ हो गई है। 2010 के बाद से, यह केवल 2020 में एक बार हुआ है।'
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