नई दिल्ली। निजी क्षेत्र के बैंक यस बैंक ने शुक्रवार को अपने दूसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। बैंक पिछले साल के घाटे के मुकाबले इस साल मुनाफे में आ गया है। सितंबर में खत्म हुई तिमाही के दौरान बैंक को 129.37 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है। पिछले साल की इसी तिमाही में बैंक ने 600 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था। वहीं जून तिमाही में बैंक को 45 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ था। तिमाही के दौरान बैंक की एसेट क्वालिटी में सुधार देखने को मिला है, वहीं प्रोविजन में भी पिछले साल के मुकाबले गिरावट दर्ज हुई है।
पिछली तिमाही के मुकाबले बैंक की एसेट क्वालिटी सुधरी है। इस अवधि में बैंक के ग्रॉस एनपीए 16.3 फीसदी के स्तर पर रहे हैं। वहीं पहली तिमाही में ग्रॉस एनपीए 17.3 फीसदी के स्तर पर रहे थे। दूसरी तरफ नेट एनपीए भी तिमाही के आधार पर 4.96 फीसदी से सुधर कर 4.71 फीसदी के स्तर पर आ गए हैं। इसके साथ ही बैंक के प्रोविजन पिछले साल के मुकाबले 11.1 फीसदी की गिरावट के साथ 1187 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गए हैं। हालांकि पिछली तिमाही के मुकाबले प्रोविजन में 9.3 फीसदी की बढ़त रही है। दूसरी तिमाही के दौरान बैंक की नेट इंट्रेस्ट इनकम 9.7 फीसदी की गिरावट के साथ 1973 करोड़ रुपये के स्तर रही है। वहीं नॉन इंट्रेस्ट इनकम 25.3 फीसदी की गिरावट के साथ 707 करोड़ रुपये रही है। इस अवधि के लिए बैंक के नेट इंट्रेस्ट मार्जिन 3.1 फीसदी के स्तर पर रहे हैं, जो कि पिछले साल 2.7 फीसदी के स्तर पर थे।
नतीजों के मुताबिक पिछले साल की तुलना में बैंक की आय में गिरावट देखने को मिली है, हालांकि खर्चों और प्रोविजन के घटने से बैंक दूसरी तिमाही में मुनाफे में आ सका है। इसके साथ ही पिछले साल के मुकाबले बैंक के द्वारा बांटे गए कर्ज में गिरावट देखने को मिली है, हालांकि जमा में बढ़त का रुख देखने को मिला है।
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