विप्रो का Q1 में शुद्ध लाभ मामूली बढ़त के साथ 2,390 करोड़ रुपये, कोरोना संकट का असर
कंपनी के मुताबिक कोरोना संकट के बीच किसी भी कर्मचारी के छंटनी की कोई योजना नहीं
नई दिल्ली। सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी विप्रो का एकीकृत शुद्ध लाभ (Consolidated Net Profit) चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में मामूली रूप से बढ़कर 2,390.4 करोड़ रुपये रहा। इससे पूर्व वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में कंपनी को 2,387.6 करोड़ रुपये का एकीकृत लाभ हुआ था। कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि विप्रो की कुल आय अप्रैल-जून,2020 को समाप्त तिमाही में 15,571.4 करोड़ रुपये रही जो पिछले वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में 15,566.6 करोड़ रुपये थी। विप्रो की परिचालन आय 2020-21 की पहली तिमाही में 1.3 प्रतिशत बढ़कर 14,913.1 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 14,716.1 करोड़ रुपये थी।
कंपनी के मुताबिक आईटी सर्विस से आय में भी मामूली सुधार देखने को मिला है। हालांकि EBIT मार्जिन सुधर कर 19.1 फीसदी के स्तर पर पहुंच गए हैं, जो कि मार्च तिमाही में 17.6 फीसदी और एक साल पहले 18.4 फीसदी के स्तर पर थे। इस दौरान 42 नए ग्राहक जोड़े गए हैं। कंपनी के मुताबिक कोरोना संकट की वजह से ग्राहकों ने अपने खर्चों पर लगाम लगा दी है, जिससे आय और मुनाफे पर असर देखने को मिला है। विप्रो के चेयरमैन रिशद प्रेमजी ने कहा है कि कोरोना संकट की वजह से किसी भी कर्मचारी को नौकरी से निकाला नहीं गया है वहीं फिलहाल किसी भी कर्मचारी को निकाले जाने की कोई योजना भी नहीं है। हालांकि उन्होने खर्चों पर नियंत्रण के लिए योजना की बात की है। उन्होने साफ किया कि फिलहाल कर्मचारियों की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता है और आगे कि योजना इसी के आधार पर बनाई जाएगी।
इसके साथ ही कंपनी ने जानकारी दी है कि वो ब्राजील स्थित कंपनी IVIA Servicos de Informatica Ltda का 2,24 करोड़ डॉलर में अधिग्रहण कर रहे हैं। इस अधिग्रहण के सितंबर तिमाही में पूरा होने की उम्मीद है।