CM योगी के इस फैसले से निवेशक हुए मालामाल, 30 दिन में मिला 56 फीसदी का बड़ा रिटर्न
उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ के अवैध बूचड़खानों को बंद करने के फैसले से वेंकीज इंडिया का शेयर 3 महीने में 150 फीसदी से ज्यादा उछल गया है।
नई दिल्ली। अप्रैल महीने में घरेलू शेयर बाजार के प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में भले ही बेहद सुस्त कारोबार देखने को मिल रहा हो, लेकिन एग्री कारोबार से जुड़ी की एक बड़ी कंपनी वेंकीज इंडिया के शेयर में जोरदार तेजी है। पिछले एक महीने में ये शेयर 56 फीसदी और तीन महीने में 150 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दे चुका है। एक्सपर्ट्स का कहना है उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ के अवैध बूचड़खानों को बंद करने के फैसले से इस कंपनी को बड़ा फायदा हुआ है, क्योंकि ये कंपनी पॉल्ट्री और पॉल्ट्री प्रोडक्ट्स के साथ-साथ एनिमल हेल्थ, ऑयल सीड प्रोडक्ट के कारोबार में है। यह भी पढ़े: म्यूचुअल फंड्स के इन फेवरेट शेयरों ने दिया 900% तक का रिटर्न, आपके पास भी है मौका
शेयर का प्रदर्शन
शेयर | 5 दिन | एक महीना | 3 महीने | 6 महीने | 9 महीने | 1 साल |
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वेंकीज इंडिया | 23% | 55% | 164% | 139% | 187% | 247% |
1 लाख रुपए का इन्वेस्टमेंट हुआ 2.80 लाख रुपए
पिछले 73 सत्र में कंपनी का शेयर 150 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न दे चुका है। 2 जनवरी 2017 को कंपनी के शेयर का बंद भाव 442.75 रुपए था। जो कि 20 अप्रैल 2017 को बढ़कर 1305.35 रुपए हो गया। ऐसे में अगर किसी निवेशक ने 1 लाख रुपए का इन्वेस्टमेंट किया होता तो वह बढ़कर 2.80 लाख रुपए हो जाता। Double Benefit: इन छोटी कंपनियों ने निवेशकों को किया मालामाल, अब ऐसे कमाए डबल मुनाफा
क्यों आई शेयर में तेजी
वीएम पोर्टफोलियो के विवेक मित्तल बताते है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई के बाद दिल्ली-NCR समेत देश के कई हिस्सों में चिकन की कीमतें बढ़ गई थी। एक किग्रा चिकन का भाव 180 रुपए प्रति किलो से बढ़कर 240 रुपए तक पहुंच गया था। इसीलिए इस शेयर में तेजी देखने को मिली।
क्वॉन्टम सिक्योरिटीज की एनालिस्ट शालिनी गुप्ता कहती हैं, ‘यूपी में अवैध बूचड़खानों और मीट की दुकानों पर अचानक शिकंजा कसने के चलते उत्तर भारत के कुछ राज्यों में मीट की कमी हो गई है। इसके चलते चिकन के दाम में तेज उछाल आया था।’
वेंकीज इंडिया के शेयर में तेजी की एक और वजह बताई जा रही है। दरअसल कंपनी ने जनवरी-मार्च तिमाही के नतीजों की घोषणा कर दी है और कंपनी इस दौरान घाटे से मुनाफे में लौट आई है।यह भी पढ़े: Hudco को मिली SEBI से IPO लाने की मंजूरी, सरकार बेचेगी अपनी 10 प्रतिशत हिस्सेदारी
कंपनी के फाइनेंशियल पर एक नजर
कंपनी ने अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के 2.73 करोड़ घाटे के मुकाबले 41.72 करोड़ रुपए का मुनाफा दर्ज किया है। वहीं, फाइनेंशियल ईयर 2016-17 के पहले 9 महीने में कंपनी का मुनाफा 18.10 करोड़ रुपए से बढ़कर 85.27 करोड़ रुपए हो गया है।
वेंकीज को आधे से ज्यादा रेवेन्यू पॉल्ट्री बिजनेस से हासिल होता है। दिसंबर 2016 वाले क्वॉर्टर में इस सेगमेंट की ग्रोथ 23 पर्सेंट जबकि कंपनी की ओवरऑल रेवेन्यू ग्रोथ 18 फीसदी रही थी।
अब आगे क्या
मौजूदा भाव पर वेंकीज के शेयर में उसके फिस्कल ईयर 2017 के ईपीएस के 14.5 गुना और 2018 के अनुमानित प्रॉफिट के 12.5 गुना से ज्यादा पर ट्रेड हो रहा है। एनालिस्टों का कहना है कि यूपी सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों से वेंकीज जैसी कंपनियों को कुछ समय के लिए ही फायदा हो पाएगा।