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Hindi News पैसा बाजार काबुल बम धमाकों से सहमे निवेशक, खबर के बाद दिन के निचले स्तरों पर पहुंचे अमेरिकी बाजार

काबुल बम धमाकों से सहमे निवेशक, खबर के बाद दिन के निचले स्तरों पर पहुंचे अमेरिकी बाजार

धमाके की खबर के बाद नैस्डैक में 100 अंक से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली। वहीं डाओ जोंस और एसएंडपी भी लाल निशान में पहुंच गये।

<p>अमेरिकी बाजारों में...- India TV Paisa Image Source : PTI अमेरिकी बाजारों में गिरावट

नई दिल्ली। काबुल एयरपोर्ट पर हुए बम धमाकों से निवेशकों की बीच सुरक्षा को लेकर बढ़ी हुई चिंताओं का असर आज अमेरिकी बाजारों पर देखने को मिला है। धमाकों की खबर आने के साथ अमेरिकी बाजारों के प्रमुख इंडेक्स में गिरावट दर्ज हुई है और वो दिन के सबसे निचले स्तरों तक पहुंच गये। धमाके की खबर के बाद नैस्डैक में 100 अंक से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली। वहीं डाओ जोंस और एसएंडपी भी नुकसान के साथ कारोबार कर रहे थे। जानकारों की माने तो अर्थव्यवस्था से मिलने वाले संकेतों को लेकर पहले से ही सतर्क निवेशकों पर काबुल से आई खबर ने दबाव बढ़ा दिया और बिकवाली हावी हो गयी।  

15000 के स्तर से नीचे पहुंचा नैस्डेक
धमाकों की खबर आने के बाद नैस्डेक गिरावट के साथ 15 हजार के स्तर से  नीचे पहुंच गया। नैस्डेक में आधा प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली, वहीं एसएंडपी भी 4475 के स्तर से नीचे आ गया। वहीं डाओ में भी गिरावट दर्ज हुई लेकिन ये आधा प्रतिशत से कम थी। शुरुआती कारोबार में सबसे ज्यादा नुकसान ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर में देखने को मिला, वहीं एनर्जी सेक्टर और खनिज सेक्टर से जुड़ी कंपनियों को भी नुकसान उठाना पड़ा है। हालांकि तकनीकी कंपनियों में तेजी का रुख देखने को मिला है। वहीं दूसरी तरफ यूरोपियन मार्केट में गिरावट दर्ज हुई है। इंग्लैंड, फ्रांस, जर्मनी, स्विटजरलैंड के मार्केट और यूरोप के यूरोनेक्स्ट में गिरावट दर्ज हुई है।  

काबुल में हुए बम धमाकों में कई की मौत
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में हुए हमलों में अमेरिकी नागरिकों सहित कई लोगों की मौत हो गई है। पेंटागन ने काबुल में हुए इन हमलों में अपने नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि की है। बता दें कि यह विस्फोट ऐसे समय हुआ है, जब अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के बाद से हजारों अफगान देश से निकलने की कोशिश कर रहे हैं और पिछले कई दिनों से हवाई अड्डे पर जमा हैं। काबुल एयरपोर्ट से बड़े स्तर पर लोगों की निकासी अभियान के बीच पश्चिमी देशों ने हमले की आशंका जताई थी। खबरों के मुताबिक ये एक आत्मघाती हमला था, जो एयरपोर्ट के गेट पर किया गया था। 

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