10 साल में 100 रुपए का निवेश ऐसे बना 1 लाख रुपए, आपके पास भी हैं मौका
सिम्फनी के शेयर में किसी निवेशक ने अगर 10 साल पहले इस शेयर में 100 रुपए का निवेश किया होता तो उसकों आज करीब 90 हजार रुपए मिलते।
नई दिल्ली। अक्सर कहां जाता है कि निवेश में जितना ज्यादा जोखिम उठाते हैं, उतनी ज्यादा कमाई होने की संभावना रहती है। कुछ ऐसा ही एक कंपनी सिम्फनी के शेयर में देखने को मिला है। इसका मतलब है कि किसी निवेशक ने अगर 10 साल पहले इस शेयर में 100 रुपए का निवेश किया होता तो उसे आज करीब 90 हजार रुपए मिलते।
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सिम्फनी में हजार रुपए की रकम हुई 12 लाख
- 20 जून 2006 में पंखे और कूलर बनाने वाली कंपनी के स्टॉक का प्राइस मात्र एक रुपए था, जो अब बढ़कर 1165 रुपए हो गया है।
- इस लिहाज से इसमें हजार रुपए की रकम बढ़कर अब 11.65 लाख रुपए हो गई है।
- साल 2010 के बाद कंपनी अपने शेयरधारकों को 11 बार डिविडेंड भी दे चुकी है।
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1995 में आया था आईपीओ
- कंपनी का आईपीओ फरवरी 1995 में 45 रुपए पर आया था।
- हालांकि साल 2000 में कंपनी ने अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को बढ़ाने के लिए कई नए इनोवेटिव प्रोडक्ट उतारे, लेकिन वे चल नहीं पाए।
- इससे कंपनी की सेल्स पर निगेटिव असर पड़ा और स्टॉक गिरकर 2 रुपए पर आ गया था।
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कंपनी के लिए टर्नअराउंड था साल 2006
- सिम्फनी के सीएफओ बद्रेश मेहता कहते हैं कि साल 2006 के बाद कंपनी ने फिर से अपने कोर कारोबार यानी कूलर सेगमेंट पर फोकस बढ़ाया।
- कंपनी ने फिर से नए प्रोडक्ट लॉन्च किए।
- साथ ही, उत्तरी अमेरिका में एक बड़ी कंपनी टेलका को खरीद कर सेल्स बढ़ाई।
- इसके बाद कंपनी के कारोबार में 25-30 फीसदी की सालाना ग्रोथ देखने को मिली।
ये हैं ग्रोथ ड्राइवर
- मेहता कहते हैं कि सिम्फनी अपने सेगमेंट की मार्केट लीडर है। ऑर्गेनाइज्ड सेक्टर में कंपनी का कुल मार्केट शेयर 52 फीसदी है।
- सेक्टर की अन्य कंपनियों के मुकाबले सिम्फनी अपने प्रोडक्ट्स को 10-15 फीसदी प्रीमियम पर बेचती है।
- कंपनी का 60 से ज्यादा देशों में कारोबार है और इसे बढ़ाने के लिए लगातार नए मार्केट की तलाश की जा रही है।
कंपनी के सामने ये हैं बड़ी चुनौती
- हाल में एसी बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी वोल्टास भी कूलर सेगमेंट में उतर आई है, जिससे कंपनी के मार्केट शेयर पर असर पड़ सकता है।
- इसके अलावा कई और कंपनियां भी अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को बढ़ाने के लिए कूलर सेगमेंट में उतरने की तैयारी में हैं।
कंपनी के फाइनेंशियल पर एक नजर
- फाइनेंशियल ईयर 2016-2017 की पहली तिमाही में सिम्फनी का मुनाफा 39.5 फीसदी बढ़कर 31.1 करोड़ रुपए हो गया।
- फाइनेंशियल ईयर 2016-2017 की पहली तिमाही में सिम्फनी की आय 37.7 फीसदी बढ़कर 152.6 करोड़ रुपए पर पहुंच गई।
- वहीं, पिछले तीन साल में कंपनी के प्रॉफिट में औसत ग्रोथ 31.4 फीसदी रही है। इस दौरान कंपनी की आय 25.9 फीसदी की दर से बढ़ी है। प्रॉफिट मार्जिन्स 20 फीसदी रहे हैं।
जीएसटी से 5 फीसदी बढ़ेगा प्रॉफिट
- मेहता कहते हैं कि जीएसटी अप्रैल 2017 से लागू होने की पूरी उम्मीद है। जीएसटी लागू होने के बाद से कंपनी के प्रॉफिट मार्जिन्स पर 5-6 फीसदी की तेजी आएगी।
इन्वेस्टर्स के लिए अभी भी है मौका
- एजेंल ब्रोकिंग की रिपोर्ट के मुताबिक यह शेयर फाइनेंशियल ईयर 2017 की एस्टिमेटेड अर्निंग्स के 45 गुने पर ट्रेड कर रहा है, लेकिन एनालिस्ट्स का कहना है कि अगले कुछ महीनों में इससे 20 फीसदी रिटर्न मिल सकता है।
- मायस्टॉकरिसर्च के हेड लोकेश उप्पल कहते हैं कि यह शेयर अच्छा दिख रहा है। अगले दो-तीन महीनों में इस शेयर का प्राइस 2,900 रुपए तक जाने की उम्मीद है।
डिस्केलमर: शेयर बाजार में निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय अवश्य लें। यह शेयर ब्रोकरेज हाउस और बाजार के विशेषज्ञों की राय पर बताया गया है। paisa.khabarindiatv.com किसी भी शेयर पर अपनी कोई राय नहीं रखता है।