Financial Year Special: सालभर में दोगुने तक हुए इन शेयरों के भाव, जानिए अब कहां है ऐसे मौके
Financial Year Special: फाइनेंशियल ईयर 2016-2017 में शेयर बाजार ने निवेशकों को जोरदार रिटर्न दिए है। इस दौरान सेंसेक्स 16 फीसदी और निफ्टी 18 फीसदी बढ़ा है।
नई दिल्ली। फाइनेंशियल ईयर 2016-2017 में शेयर बाजार ने निवेशकों को जोरदार रिटर्न दिए है। इस दौरान सेंसेक्स 16 फीसदी और निफ्टी 18 फीसदी बढ़ा है। साथ ही, हिंडाल्को, यस बैंक, मारुति सुजुकी, टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक और SBI ने निवेशकों को 50-127 फीसदी का रिटर्न दिया है। इस पर एक्सपर्ट्स का कहना हैं कि सरकार के उठाए कदमों का असर अब दिखने लगा है। इसके अलावा इंटरनेशनल मार्केट में बढ़ती कमोडिटी की कीमतों का फायदा भी घरेलू बाजार की कंपनियों को मिला है। लिहाजा इन्वेस्टर्स चुनिंदा शेयर जिनके फंडामेंटल मजबूत है और आगे भी अच्छी ग्रोथ की उम्मीद है उन शेयरों पर दांव लगा सकते है।
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इन शेयरों ने किया निवेशकों को मालामाल
क्यों आई इन शेयरों में तेजी
एसकोर्ट सिक्युरिटी के एमडी अशोक अग्रवाल का कहना है कि
घरेलू इकोनॉमी और पॉलिसी लेवल पर मिले संकेतों की वजह से शेयरों के लिए सेंटीमेंट्स बेहतर हो गए हैं। बढ़त के इस दौर में छोटे शेयरों का प्रदर्शन काफी आकर्षक रहा है। हालांकि ऑउटपरफॉर्म करने वाले शेयरों जैसे हिंडाल्को, यस बैंक, मारुति सुजुकी, टाटा स्टील, इंडसइंड बैंक और SBI ने की आय और प्रॉफिट में अनुमान से बेहतर ग्रोथ देखने को मिली है। इन्वेस्टर्स आगे भी इन स्टॉक्स को गिरावट पर खरीद सकते है।
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अब आगे क्या
रिस्क कैपिटल एडवाइजर्स के डी डी शर्मा का कहना है कि
मौजूदा समय में बाजार में खरीदारी करने के मौके हैं। जिस तरह से कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस साल के दूसरी तिमाही से इकोनॉमी रिकवरी देखने को मिलेगी जिसके बाद बाजार में अर्निंग मुमेंटम देखने को मिल सकती है। उसके बाद मिडकैप और लार्जकैप शेयरों में तेजी देखने को मिल सकती है। कंस्ट्रक्शन और इंजीनियरिंग सेक्टर में तेजी देखने को मिल रही है जिसके चलते आनेवाले साल में इसमें काफी तेजी देखने को मिलेगी।
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इन शेयरों में हैं बड़े रिटर्न का दम
ओरिएंट बेवरेजेज खरीदें
- मायस्टॉकरिसर्च के हेड लोकेश उप्पल कहते है कि कंपनी सॉफ्ट डिंक्स, बोतलबंद पानी के कारोबार में है। पहले कंपनी कमर्शियल रियल एस्टेट में थी और फिर कंपनी ने 1971 में पारले एक्सपोर्ट के लिए काम शुरु किया। कंपनी गोल्ड स्पॉट, लिम्का, थम्सअप की बॉटलिंग करती थी। पारले का पूरा कारोबार कोका कोला ने खरीदा है। 2005 में फिर से कंपनी ने बिसलरी के लिए पानी की पैकेजिंग का काम करना शुरु किया है। पूर्वी भारत में बिसलरी की मैन्यूफैक्चरिंग, मार्केटिंग का करोबार है। वहीं हावड़ा और हुगली में कंपनी के प्लांट है।
- वित्त वर्ष 2016 में कंपनी का मुनाफा 19 लाख से बढ़कर 1.6 करोड़ रुपए हुआ है। वहीं, कंपनी ने 7.5 रुपए का ईपीएस दर्ज किया है। वित्त वर्ष 2016 में बेवरेजेस से आमदनी 38 फीसदी बढ़ी जबकि किराए से आमदनी 38 फीसदी गिरी। कंपनी का एक कॉम्प्लेक्स खाली है, जिसके किराए पर चढ़ने से फायदा होगा।
- बिसलरी 50 साल से मार्केट लीडर है। बिसलरी की सालाना ग्रोथ 22 फीसदी है। बिसलरी सॉफ्ट ड्रिंक्स कारोबार में फिर से उतरा है। कंपनी की नई यूनिट में सॉफ्ट ड्रिंक्स का उत्पादन है। बिसलरी के नए ब्रांड- स्पापी, फोन्ज़ो, लिमोनटाटा, पिनाकोलाडा है। इन ब्रांड के विस्तार से कंपनी को काफी फायदा होगा।
टीसीपीएल पैकेजिंग खरीदें
- टीसीपीएल पैकेजिंग, पेपर बोर्ड पैकिंग बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी है। 1990 में कंपनी का गठन हुआ था। कंपनी सभी तरह की प्लास्टिक, ब्लिस्टर और लैमिनेटेड पैकिंग के कारोबार में है। दुनियाभर की कंपनियों के लिए पैकिंग तैयार करने का काम करती है।
- टीसीपीएल पैकेजिंग के ग्राहकों की संख्या काफी लंबी-चौड़ी है। सिगरेट कंपनियों में फोर स्क्वायर और मार्लबोरो के लिए पैकेजिंग का काम करती है। शराब कंपनियों में स्मिर्न ऑफ, ऑफिसर्स च्वाइस, बकार्डी, मैक्डॉवेल, बीएंडडब्ल्यू और रॉयल स्टैग का नाम शामिल है। फूड कंपनियों में हॉर्लिक्स, केलॉग, कॉम्प्लान, नेस्कैफे, ग्लूकॉन डी, किटकैट का नाम शामिल है। एफएमसीजी में पियर्स, सर्फ एक्सेल, क्लोजअप, वीको, फेयर एंड लवली के लिए काम करती है।
- टीसीपीएल पैकेजिंग का मार्केट कैप 525 करोड़ रुपए का है, और कंपनी में प्रोमोटरों का हिस्सा 58.42 फीसदी है। बड़े निवेशकों में अनिल गोयल के पास 9.23 फीसदी और विजय केडिया के पास 1.38 फीसदी हिस्सेदारी है। सालाना आधार पर वित्त वर्ष 2016 में कंपनी की आय 19 फीसदी बढ़कर 593 करोड़ रुपये रही थी। सालाना आधार पर मार्जिन 16.7 फीसदी से बढ़कर 17.3 फीसदी रहा था। सालाना आधरा पर मुनाफा 19 फीसदी बढ़कर 38.3 करोड़ रुपये रहा था।