औद्योगिक उत्पादन तथा मुद्रास्फीति के आंकड़ों, कंपनियों के तिमाही परिणामों तथा वैश्विक संकेतों से इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजार की चाल तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय व्यक्त की है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा एक मार्च से पहले चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात की संभावना से इंकार करने के बाद वैश्विक व्यापारिक तनाव एक बार फिर उभर आया है। विश्व की दो शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं के बीच जारी व्यापारिक तनाव समाप्त करने की समयसीमा एक मार्च है।
व्हाइट हाउस के एक शीर्ष सलाहकार ने भी पिछले सप्ताह कहा था कि दोनों देश अभी भी किसी समझौते पर पहुंचने से "कोसों दूर" हैं। एपिक रिसर्च के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) मुस्तफा नदीम ने कहा, ‘‘आर्थिक मोर्चे पर हम इस सप्ताह जारी होने वाले कई आंकड़ों पर नजर रखेंगे। थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति और औद्योगिक उत्पादन, इन सभी पर हमारी नजर रहेगी।’’
इस सप्ताह मंगलवार को औद्योगिक उत्पादन तथा बृहस्पतिवार को थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी होने वाले हैं। इस सप्ताह कॉर्पोरेशन बैंक और स्पाइसजेट जैसी कंपनियों के परिणाम भी आने वाले हैं। विशेषज्ञों ने कहा कि रुपये बौर कच्चे तेल की गतिविधियों पर भी नजर रहेगी। बीते सप्ताह सेंसेक्स 77.05 अंक मजबूत रहकर 36,546.48 अंक पर बंद हुआ।
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