नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में इस साल गन्ने की ज्यादा पैदावार की वजह से चीनी के उत्पादन में सुधार हुआ है। देश में चीनी मिलों के संगठन इंडियन सुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक चालू अक्टूबर से चीनी वर्ष 2017-18 में दिसंबर अंत तक देश में चीनी उत्पादन 103.26 लाख टन दर्ज किया गया है जो पिछले चीनी वर्ष 2016-17 की समान अवधि के मुकाबले 26 प्रतिशत आगे है। पिछले साल इस दौरान 81.91 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।
ISMA के मुताबिक अबतक को 103.26 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है उसमें 38.24 लाख टन उत्पादन महाराष्ट्र, 33.80 लाख टन उत्पादन उत्तर प्रदेश और 16.17 लाख टन का उत्पादन कर्नाटक में हुआ है, बाकी उत्पादन गुजरात, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडू, बिहार, हरियाणा, पंजाब और मध्य प्रदेश में हुआ है।
ISMA के मुताबिक सरकार ने सितंबर में जिस 3 लाख टन रॉ चीनी के आयात को मंजूरी दी थी उसमें से 15 दिसंबर तक सिर्फ 2.35 लाख टन का ही आयात हो पाया है और मिलों ने इसमें से 2 लाख टन रिफाइंड चीनी तैयार की है। कुल इस साल चीनी की सप्लाई सामान्य रहने का अनुमान है जिससे कीमतों में इजाफा होने की आशंका खत्म हो गई है।
ISMA ने 2017-18 में पूरे सीजन के दौरान उत्पादन 251 लाख टन अनुमानित किया है, पिछला स्टॉक 38.76 लाख टन बचा था और 2 लाख टन आयातित चीनी होने की वजह से 2017-18 सीजन में कुल सप्लाई 291.76 लाख टन रहने का अनुमान है जिसमें से घरेलू खपत 250 लाख टन के करीब रहने की संभावना है और करीब 41.76 लाख टन चीनी का स्टॉक अगले साल के लिए बच सकता है।
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