Stock Market Update: 150 अंक से ज्यादा गिरावट के साथ सेंसेक्स की शुरुआत
घरेलू शेयर बाजारों की शुरुआत बुधवार को फीकी रही। सेंसेक्स में 150 अंक से ज्यादा की गिरावट देखी गयी।
मूंबई। घरेलू शेयर बाजारों की शुरुआत बुधवार को फीकी रही। सेंसेक्स में 150 अंक से ज्यादा की गिरावट देखी गयी। इसकी वजह नरम वैश्विक संकेतों के बीच बैंकिंग और सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी के शेयर का कमजोर रहना है। बीएसई का 30 कंपनियों वाला शेयर सूचकांक 158.33 अंक अथवा 0.40 प्रतिशत की नरमी के साथ 39,792.13 अंक पर चल रहा है। इसी तरह एनएसई निफ्टी 44.95 अंक अथवा 0.38 प्रतिशत कमजोर रहकर 11,920.65 अंक पर चल रहा है।
येस बैंक, बजाज ऑटो, भारती एयरटेल, एचसीएल टेक्नोलॉजीस, कोटक बैंक, टीसीएस और इंफोसिस के शेयर में 2.55 प्रतिशत की गिरावट रही। विशेषज्ञों के अनुसार अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध की संभावना फिर से प्रबल होने से एशियाई बाजारों में नकारात्मक धारणा देखी गयी जिसका असर घरेलू बाजारों की शुरुआत पर पड़ा है। उल्लेखनीय है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि वह जब तक चीन चार-पांच बड़े मुद्दों पर राजी नहीं होता, वह चीन के साथ व्यापार समझौते के पक्ष में नहीं है। ब्रोकरों के अनुसार दिन में मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी होने के चलते भी निवेशकों का रुख सावधानी भरा है। मंगलवार को सेंसेक्स 39,950.46 अंक और निफ्टी 11,965.60 अंक पर बंद हुआ था।
शुरुआती कारोबार में रुपया आठ पैसे मजबूत
मुंबई। शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया बुधवार को आठ पैसे की मजबूती के साथ 69.38 पर चल रहा है। मुद्रा कारोबारियों के अनुसार अन्य विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के कमजोर रहने से स्थानीय मुद्रा को मजबूती मिली। इसके अलावा कच्चे तेल की कीमतों में कमी और विदेशी संस्थागत निवेशकों की लिवाली का भी असर रुपये पर पड़ा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपये की शुरुआत 69.38 रुपए प्रति डॉलर रही लेकिन जल्द ही इसमें और सुधार हुआ। पिछले बंद के मुकाबले यह आठ पैसे की मजबूती के साथ 69.36 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया। लेकिन सुबह 10 बजे पर यह छह पैसे की मजबूती के साथ 69.38 के स्तर पर ही चल रहा था। डॉलर के मुकाबले रुपया मंगलवार को 69.44 पर बंद हुआ था। आरंभिक आंकड़ों के अनुसार मंगलवार को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 95.79 करोड़ रुपये की शेयर लिवाली की। ब्रेंट कच्चा तेल 1.43 प्रतिशत की नरमी के साथ 61.40 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।