नई दिल्ली। शुक्रवार को शेयर बाजार में आई बड़ी गिरावट के कारण निवेशकों को बाजार पूंजीकरण के तौर पर 2.68 लाख करोड़ रुपए का चूना लग गया। बांबे स्टॉक एक्सचेंज का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स शुक्रवार को 448 अंक गिर गया जिससे इसमें सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 2,68,853.70 करोड़ रुपए गिरकर 1,33,40,008 करोड़ रुपए पर आ गया। सेंसेक्स की यह गिरावट 15 नवंबर 2016 के बाद की सबसे बड़ी एकदिवसीय गिरावट है।
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सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील नुकसान उठाने वाली सबसे बड़ी कंपनी रही। इसके शेयरों में 4.70 प्रतिशत की गिरावट देखी गयी। इसके बाद एलएंडटी 3.49 प्रतिशत के नुकसान के साथ दूसरे स्थान पर रही। रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईसीआईसीआई बैंक ने भी शेयर बाजार पर दबाव डाला। बीएसई के समूहों में धातु, कैपिटल गुड्स और पावर में 4.29 प्रतिशत की कमजोरी आयी।
बीएसई पर सूचीबद्ध 21,39 कंपनियों को नुकसान उठाना पड़ा जबकि 484 कंपनियों के शेयर चढ़ने में कामयाब रहे। 138 कंपनियों के शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।
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यस सिक्योरिटीज की वरिष्ठ उपाध्यक्ष तथा शोध प्रमुख निताशा शंकर ने कहा कि शेयर बाजार में एक प्रतिशत से अधिक की बिकवाली हुई जो हमारे आकलन से कमजोर वैश्विक संकेतों के कारण हुई। उत्तर कोरिया के गिर्द भू-राजनीतिक तनाव बढ़ाने से वैश्विक स्तर पर शेयर बाजार हलकान रहे। विदेशी संस्थागत निवेशकों के पूंजी की निकासी जारी रखने से बिकवाली और प्रभावी रहा। राजनीतिक तनाव तथा चीन की रेटिंग में हालिया सुधार के कारण विदेशी निवेशक बिकवाल रहे।
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