कोरोना के डर से टूटा बाजार, सेंसेक्स 883 अंक गिरकर बंद
आज के कारोबार में सबसे ज्यादा नुकसान सरकारी बैंकों में हुआ। इंडेक्स करीब 4.3 प्रतिशत गिरावट के साथ बंद हुआ है। वहीं रियल्टी सेक्टर में भी 4 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है।
नई दिल्ली। कोरोना मामलों में तेजी और देश में बढ़ते क्षेत्रीय लॉकडाउन की वजह से शेयर बाजार में आज तेज गिरावट देखने को मिली है। हफ्ते के पहले कारोबारी सत्र में सेंसेक्स 883 अंक की गिरावट के साथ 47949 के स्तर पर और निफ्टी 258 अंक की गिरावट के साथ 14359 के स्तर पर बंद हुआ है। बाजार में आज फार्मा सेक्टर को छोड़कर सभी सेक्टर इंडेक्स तेज गिरावट देखने को मिली है। सबसे ज्यादा नुकसान सरकारी बैंकों के सेक्टर में देखने को मिला है।
क्यों आई बाजार में गिरावट
शेयर बाजार में गिरावट कोरोना संकट के बढ़ने की वजह से देखने को मिली है। देश में कोरोना के नए मामले लगातार रिकॉर्ड स्तर को छू रहे हैं। महामारी की दूसरी लहर पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा तेज है। इसे देखते हुए दिल्ली में लॉकडाउन का ऐलान किया गया है। वहीं महाराष्ट्र में भी कोरोना महामारी का असर बढ़ता जा रहा है। जानकारों को आशंका है कि महामारी की वजह से निवेशकों के लिए सेंटीमेंट्स काफी बिगड़ रहे हैं, इसलिए वो अपने निवेश को बाजार से निकाल रहे हैं। वहीं लॉकडाउन की आशंका से एक बार फिर कर्ज को चुकाने को लेकर आशंकाएं खड़ी होने लगी हैं, जिनका असर सरकारी बैंकों पर देखने को मिला है। इसके साथ ही आज ही ऑटो सेक्टर की दिग्गज कंपनियों ने आशंका जताई है कि महामारी की वजह से बिक्री पर बुरा असर देखने को मिल सकता है। इन सभी संकेतों की वजह से बाजार में बिकवाली हावी हो गई है।
कहां हुआ सबसे ज्यादा नुकसान
आज के कारोबार में सबसे ज्यादा नुकसान सरकारी बैंकों में हुआ। इंडेक्स करीब 4.3 प्रतिशत गिरावट के साथ बंद हुआ है। वहीं रियल्टी सेक्टर में भी 4 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है। ऑटो, एनर्जी और बैंकिंग सेक्टर में 2-2 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट दर्ज हुई। वहीं,एफएमसीजी और मेटल सेक्टर 1-1 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान के साथ बंद हुए हैं। फार्मा सेक्टर हरे निशान में बंद हुआ है, हालांकि बढ़त 0.2 प्रतिशत से कम ही रही। वहीं निवेशकों के बीच भविष्य की अनिश्चितता को बताने वाले वॉलिटिलिटी इंडेक्स आज 10 प्रतिशत चढ़ गया है।
वहीं निफ्टी में शामिल 45 स्टॉक आज गिरावट के साथ बंद हुए हैं। इसमें से भी 15 में नुकसान 3 प्रतिशत से ज्यादा रहा। अडानी पोर्ट्स 4.83 प्रतिशत, पावरग्रिड 4.12 प्रतिशत और ओएनजीसी 3.91 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ है। वहीं डॉ रेड्डीज 2.28 प्रतिशत, सिप्ला 1.27 प्रतिशत और ब्रिटानिया 0.91 प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ है।