निफ्टी 18 हजार के स्तर के पार, सेंसेक्स ने भी छुआ नया रिकॉर्ड स्तर
दिग्गज स्टॉक्स के मुकाबले छोटे और मझौले स्टॉक्स में तेजी देखने को मिल रही है। ऑटो और रियल्टी सेक्टर में बढ़त का रुख है, वहीं आईटी सेक्टर में गिरावट देखने को मिल रही है।
नई दिल्ली। शेयर बाजार में आज दिन के कारोबार के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी ने अपने नये रिकॉर्ड स्तर छू लिये हैं। निफ्टी आज 18 हजार के अहम स्तर को पार कर गया। वहीं सेंसेक्स ने भी अपना नया रिकॉर्ड स्तर बनाया है। कारोबार के दौरान निफ्टी 18032 के और सेंसेक्स 60,442.53 के अपने रिकॉर्ड उच्च स्तरों पर पहुंच गया। आज के कारोबार में सबसे ज्यादा तेजी ऑटो सेक्टर में देखने को मिली है। वहीं आईटी स्टॉक्स में दबाव देखने को मिला है। वहीं दिग्गज स्टॉक्स के मुकाबले छोटे और मझौले स्टॉक्स में तेजी का रुख है।
कैसा रहा आज का कारोबार
शुरुआती कारोबार में आज बाजार में सीमित दायरे में बढ़त देखने को मिली है, कारोबार खुलने के कुछ देर में ही इंडेक्स कुछ समय के लिये लाल निशान में भी गये। हालांकि RIL और ऑटो सेक्टर में आई तेजी की मदद से बाजार हरे निशान में पहुंच गया। बाजार की बढ़त और बेहतर हो सकती थी हालांकि टीसीएस में गिरावट से बढ़त पर असर देखने को मिला। ब्रॉड बेस्ड मार्केट में चौतरफा बढ़त देखने को मिली हालांकि शुरुआती कारोबार में छोटे और मझौले स्टॉक्स ज्यादा बढ़त दर्ज करने में सफल रहे। दोपहर का कारोबार शुरू होने तक मिडकैप और स्मॉल कैप इंडेक्स में एक प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त देखने को मिली है। वहीं सेक्टोरल इंडेक्स में ऑटो सेक्टर इंडेक्स में 3 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त है। फेस्टिव सीजन के शुरुआती संकेत बेहतर रहने से ये तेजी दर्ज हुई है। रियल्टी सेक्टर और सीपीएसई सेक्टर में 2.5 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त दर्ज हो चुकी है। वहीं एनर्जी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, फाइनेंशिल सर्विस सेक्टर इंडेक्स और बैंकिंग सेक्टर इंडेक्स 1-1 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त दर्ज कर चुके हैं। दूसरी तरफ दिन के कारोबार के दौरान आईटी सेक्टर इंडेक्स 2 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट देख चुका था।
कैसा रहा शेयरों का प्रदर्शन
सेंसेक्स में मारुति के शेयरों में सबसे ज्यादा तीन प्रतिशत से अधिक की तेजी देखी गयी। इसके बाद एनटीपीसी, पावरग्रिड, कोटक बैंक, बजाज फिनसर्व और बजाज ऑटो का स्थान रहा। दूसरी ओर, टीसीएस को छह प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। कंपनी की दूसरी तिमाही का राजस्व उम्मीद से कम रहने के बाद ऐसा हुआ। टीसीएस की तरह ही सेंसेक्स में सभी आईटी कंपनियों के शेयर नुकसान के साथ कारोबार कर रहे थे।
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