घरेलू शेयर बाजार के शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 142 अंक गिरा, निफ्टी में भी सुस्ती
कमजोर वैश्विक रुख के बीच एचडीएफसी रिलायंस, आईटीसी, एचडीएफसी बैंक और टीसीएस जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में दबाव से सेंसेक्स बुधवार को शुरुआती कारोबार में 142 अंक गिर गया।
मुंबई। कमजोर वैश्विक रुख के बीच एचडीएफसी रिलायंस, आईटीसी, एचडीएफसी बैंक और टीसीएस जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों में दबाव से सेंसेक्स बुधवार को शुरुआती कारोबार में 142 अंक गिर गया। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 142.41 अंक यानी 0.35 प्रतिशत गिरकर 40,105.82 अंक पर आ गया। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी शुरुआती दौर में 47.90 अंक यानी 0.40 प्रतिशत घटकर 11,869.30 अंक पर चल रहा था।
सेंसेक्स की कंपनियों में भारती एयरटेल, एचसीएल टेक, आईटीसी, एक्सिस बैंक, बजाज ऑटो, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, टीसीएस और रिलायंस इंडस्ट्रीज में 1.65 प्रतिशत तक की गिरावट आई। वहीं, सन फार्मा के शेयर में सबसे ज्यादा पांच प्रतिशत तक की तेजी आई। इसके अलावा, टेक महिंद्रा, येस बैंक, इंफोसिस, वेदांता, महिंद्रा एंड महिंद्रा और एलएंडटी के शेयर 1.13 प्रतिशत तक बढ़ गए। शेयर बाजार के पास मौजूद आरंभिक आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने मंगलवार को पूंजी बाजार में शुद्ध रूप से 473.17 करोड़ रुपए की खरीदी की जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक 1,593.71 करोड़ रुपये के शेयरों के शुद्ध बिकवाल रहे।
रुपया शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले 15 पैसे कमजोर
घरेलू शेयर बाजार की सुस्त शुरुआत के साथ रुपया बुधवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 15 पैसे फिसलकर 70.84 रुपए प्रति डॉलर पर आ गया। हालांकि, अन्य प्रमुख विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में कमजोरी और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी ने रुपये का समर्थन किया है और गिरावट को थामने की कोशिश की।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में स्थानीय मुद्रा 70.80 रुपए प्रति डॉलर पर खुली और शुरुआती कारोबार में कुछ हल्की होकर मंगलवार के बंद से 15 पैसे नीचे आकर 70.84 रुपए प्रति डॉलर पर आ गई। रुपया मंगलवार को 70.69 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
शेयर बाजारों के पास मौजूद आरंभिक आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने मंगलवार को शुद्ध रूप से 473.17 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे। कच्चा तेल मानक ब्रेंट वायदा 0.62 प्रतिशत कमजोर होकर 62.57 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था।