नई दिल्ली। कमजोर वृहत आर्थिक आंकड़े तथा अमेरिका-चीन व्यापार समझैता को लेकर भ्रम की स्थिति बनने से बुधवार को कारोबारी धारणा कमजोर रही जिससे शेयर बाजारों में गिरावट का रुख रहा। इस दौरान बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 229 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ। इसके अलावा हांगकांग में जारी विरोध प्रदर्शन का भी क्षेत्रीय शेयर बाजारों पर असर रहा। कारोबारियों के अनुसार डॉलर के मुकाबले रुपए की विनिमय दर में तीव्र गिरावट से भी निवेशकों की चिंता बढ़ी है।
कारोबार के दौरान अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 72 के स्तर से नीचे चला गया। कारोबार के दौरान 386 अंकों के उतार-चढ़ाव के बाद 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 229.02 अंक यानी 0.57 प्रतिशत की गिरावट के साथ 40,116.06 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 73 अंक यानी 0.61 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11,840.45 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान येस बैंक को हुआ। इसमें 6.51 प्रतिशत की गिरावट आई। उसके बाद क्रमश: एसबीआई, एक्सिस बैंक, वेदांता, सन फार्मा, आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, आईटीसी, इन्फोसिस तथा टेक महिंद्रा का स्थान रहा जिसमें 3.69 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई। वहीं दूसरी तरफ टीसीएस, आरआईएल, एचयूएल, मारुति और एनटीपीसी 3.76 प्रतिशत तक मजबूत रहे।
अमेरिका-चीन के बीच व्यापार समझौते को लेकर भ्रम की स्थिति बने रहने से बाजार पर असर पड़ा। एक तरफ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को व्यापार के मामले में धोखेबाज कहा, जबकि दूसरी तरफ 18 महीनों से जारी व्यापार युद्ध को समाप्त करने के लिए शुरुआती समझौते पर जोर दिया। इससे दोनों देशों के बीच समझौते को लेकर अनिश्चितता बढ़ी है।
उधर, हांगकांग में उग्र विरोध प्रदर्शन के कारण शंघाई, हांगकांग, तोक्यो और सोल 1.82 प्रतिशत तक गिरावट के साथ बंद हुए। शुरुआती कारोबार में यूरोप के प्रमुख बाजारों में गिरावट का रुख रहा। विदेशी मुद्रा बाजार में कारोबार के दौरान अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 57 पैसे लुढ़ककर 72.04 तक नीचे चला गया। वैश्विक स्तर पर नरमी के अलावा औद्योगिक उत्पादन का आंकड़ा कमजोर रहने का भी बाजार पर असर पड़ा।
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